बीएनपी न्यूज डेस्क। राष्ट्र के विकास में विश्वविद्यालयों का महत्वपूर्ण योगदान होता है, इसलिए अच्छे मुखौटों वाली चमकदार इमारतों की संख्या बढ़ाना और अधिक विश्वविद्यालयों की स्थापना करना ही पर्याप्त लक्ष्य नहीं होना चाहिए। हमें बदलती जरूरतों के अनुसार शिक्षा प्रणाली को स्थापित करना और विद्यार्थियों को अप्रत्याशित और नई चुनौतियों से निडरतापूर्वक निपटने और उन पर विजय पाने में सक्षम बनाना होगा। यह विचार उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज सोमवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 43वें दीक्षान्त समारोह में व्यक्त किये।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हमें उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षण के अपने तरीकों को भी पुनर्निर्मित करना होगा और ‘सब चलता है’ जैसा दृष्टिकोण छोड़कर कठोर शैक्षिक मानक बनाने होंगे। राज्यपाल जी ने कहा कि मेरा मानना है कि विद्यार्थियों को कौशल और ज्ञान से युक्त करने वाली शिक्षा प्रदान करनी चाहिए। इस अवसर पर राज्यपाल ने सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले 55 मेधावियों को 64 पदक वितरित किये, जिसमें 46 छात्राएं व 9 छात्र शामिल थे। जबकि 73,579 छात्र-छात्राओं को उपाधियां कीं, जिसमें स्नातक के 58,370, परास्नातक के 15,189 तथा शोध के 20 छात्र-छात्राएं शामिल थे। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप लोग जीवन के जिस मार्ग पर अब बढ़ रहे हैं, उसमें निश्चत तौर पर आपके सामने कई सवाल आयेंगे। जैसे- ये रास्ता सही है, गलत है, नुकसान तो नहीं हो जायेगा, समय तो बर्बाद नहीं हो जायेगा, ऐसे बहुत से सवाल आयेंगे। इन सवालां का जबाव है सेल्फ-थ्री अर्थात् सेल्फ अवेयरनेस, सेल्फ कान्फीडेंस और सेल्फ लेसनैस। इसलिए आप अपनी सामर्थ्य को पहचान कर आगे बढ़े, पूरे आत्मविश्वास से आगे बढ़े, निःस्वार्थभाव से आगे बढ़े।
कुलाधिपति ने विधार्थियों से अपील की कि आप सभी स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हुए रिसर्च तथा इनोवेशन के माध्यम से स्थानीय विकास को बल देकर अपनी शिक्षा को सही अर्थों में उपयोगी बना सकते हैं। इसके लिए हमें इस बात पर सदैव ध्यान देना होगा कि हमारी शिक्षा का लाभ हमारे व्यक्तिगत विकास के साथ-साथ समाज और देश को भी मिले। कार्यक्रम में राज्यपाल ने प्राथमिक विद्यालिय के आमंत्रित बच्चों को पुस्तकें, बैग आदि वितरित किये। कुलपति प्रो आनन्द कुमार त्यागी ने विश्वविद्यालय की विस्तृत वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर दीक्षान्त समारोह के मुख्य अतिथि एवं बोर्ड ऑफ गवर्नस के चेयरमैन डॉ आरके त्यागी, जनप्रतिनिधिगण एवं छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।
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