वाराणसी, बीएनपी न्यूज डेस्क। नीट में धांधली का प्रयास करने वाले आरोपितों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इस मामले में गिरफ्तार साल्वर गिरोह के सरगना समेत 11 आरोपितों पर अब गैंगस्टर लगाने की तैयारी है। इसके तहत कमिश्नरेट पुलिस जल्द ही मुकदमा दर्ज करा सकती है। साथ ही साल्वर गिरोह को पंजीकृत भी कराया जाएगा। इसके बाद आरोपितों की संपत्तियों को गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त की जाएगी। पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश का कहना है कि इसके पीछे मंशा यह है कि गिरफ्त में आया साल्वर गिरोह का सरगना व उसके साथी पछताने का मजबूर हों कि उन्होंने यहां आकर ऐसा गैरकानूनी काम क्यों किया था।
साल्वर गिरोह का सरगना नीलेश सिंह उर्फ पीके सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर है। उसने पूछताछ में कई अहम राज उगले हैं। इसी पूछताछ के आधार पर एक और साल्वर गिरोह सामने आया, जिसके कर्ताधर्ता कन्हैया लाल सिंह को उसके साथी साइबर कैफे संचालक क्रांति कौशल का गिरफ्तार किया गया था। कन्हैया भी इस समय पांच दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर है। उससे 27 नवंबर तक पूछताछ के लिए छह सदस्यीय पुलिस टीम का गठन किया गया है। टीम पूछताछ कर रही है कि उसके गिरोह में वाराणसी, चंदौली, मीरजापुर सहित पूर्वांचल के अन्य जिलों में कौन – कौन शामिल हैं। गिरोह ने अब तक किन – किन प्रतियोगी परीक्षाओं में कितने अभ्यर्थियों को पास कराया है। उनकी मदद से जो लोग प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हुए हैं, वह इस समय कहां तैनात हैं। अभ्यर्थियों को कैसे अपने झांसे में लेते थे और अब तक कितना पैसा ऐंठ चुके हैं।
गिरोह के लोगों को किन सफेदपोशों का संरक्षण प्राप्त है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि कन्हैया लाल चंदौली में लघु सिंचाई विभाग में कार्यरत है, इसलिए उस जिले के जिलाधिकारी को उसके बारे रिपोर्ट भेज दी गई है। पूछताछ के आधार पर और भी गिरफ्तारियां की जाएंगी। टीम से कहा गया है कि गिरोह से जुड़ी हर एक बात का पता लगाया जाए। गिरोह से जुड़ा कोई भी शातिर किसी भी हालत में बचने नहीं पाएगा।
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