BNP NEWS DESK । UP Mafia कुख्यातों के आतंक की अलग दुनिया है तो उनसे मुकाबले को खाकी का बड़ा साहस भी। बीते वर्षों में अपराधियों के विरुद्ध शासन के बदले रुख ने पुलिस कार्रवाई के दायरे को बढ़ाया है।
माफिया की फेहरिस्त भी बदली है, जिसमें अब 25 नए नाम भी शामिल हैं। लंबे समय से माफिया की सूची में ऊपर रहा अतीक अहमद का नाम उसकी मौत के साथ ही खुद-ब-खुद बाहर हो गया है।
UP Mafia योगी सरकार 2.0 में 25 नए माफिया सूचीबद्ध किए गए हैं, जिनमें भदोही की ज्ञानपुर सीट से चार बार विधायक रहे बाहुबली विजय मिश्रा, सहारपुर निवासी बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल उर्फ बाला के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात सुनील राठी, बदन सिंह उर्फ बद्दो व अंबेडकरनगर के अजय सिपाही समेत अन्य कुख्यातों को शामिल किया गया है।
सूचीबद्ध माफिया की गतिविधियों पर स्पेशल टास्क फोर्स व जिला पुलिस कड़ी नजर रखती है
शासन स्तर से पहले अनुमोदित 25 सूचीबद्ध माफिया में माफिया मुख्तार अंसारी, बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह उर्फ पवन सिंह, संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा, ओमप्रकाश श्रीवास्तव उर्फ बबलू, सुशील उर्फ मूंछ, सीरियल किलर सलीम, रुस्तम व सोहराब समेत अन्य कुख्यातों के नाम शामिल थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के प्रति जीरो टालरेंस की नीति के तहत कार्रवाई के कड़े निर्देश दिए थे। साथ ही माफिया की अपराध से जुटाई गई संपत्तियों को गैंगेस्टर एक्ट के तहत जब्त करने का निर्देश दिया था।
स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार के अनुसार वर्तमान में 66 सूचीबद्ध माफिया की निगरानी तथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। जिनमें अतीक अहमद भी शामिल था। चिह्नित माफिया के 900 से अधिक गुर्गों पर भी शिकंजा कसा गया है।
प्रदेश के 65 सूचीबद्ध माफिया
मेरठ जोन के उधम सिंह, योगेश भदोड़ा, बदन सिंह उर्फ बद्दो, हाजी याकूब कुरैशी, शारिक, सुनील राठी, धर्मेंद्र, यशपाल तोमर, अमर पाल उर्फ कालू, अनुज बारखा, विक्रांत उर्फ विक्की, हाजी इकबाल उर्फ बाला, विनोद शर्मा, सुनील उर्फ मूंछ, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा व विनय त्यागी उर्फ टिंकू, आगरा जोन के अनिल चौधरी व ऋषि कुमार शर्मा, बरेली जोन के एजाज व आदित्य उर्फ रवि,
कानपुर जोन के अनुपम दुबे, लखनऊ जोन के खान मुबारक, अजय प्रताप सिंह उर्फ अजय सिपाही, संजय सिंह सिंघाला, अतुल वर्मा, मु.सहीम उर्फ कासिम प्रयागराज जोन के डब्बू सिंह उर्फ प्रदीप सिंह, सुधाकर सिंह, गुड्डू सिंह, अनूप सिंह, वाराणसी जोन के मुख्तार अंसारी, त्रिभुवन सिंह उर्फ पवन सिंह, विजय मिश्रा, ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह, अखंड प्रताप सिंह, रमेश सिंह उर्फ काका, गोरखपुर जोन के संजीव द्विवेदी उर्फ रामू द्विवेदी, राकेश यादव, सुधीर कुमार सिंह, विनोद कुमार उपाध्याय, राजन तिवारी, रिजवान जहीर, देवेन्द्र सिंह, गौतमबुद्धनगर कमिनरेट के सुंदर भाटी, सिंहराज भाटी, अमित कसाना, अनिल भाटी, रणदीप भाटी,
मनोज उर्फ आसे, अनिल दुजाना, कानपुर कमिश्नरेट के सऊद अख्तर, कमिश्नरेट लखनऊ के लल्लू यादव, बच्चू यादव व जुगनू वालिया उर्फ हरिवंदर सिंह, प्रयागराज कमिश्नरेट के बच्चा पासी उर्फ निहाल पासी, दिलीप मिश्रा, जावेद उर्फ पप्पू, राजेश यादव, गणेश यादव, कम्मू उर्फ कमरुल हसन, जाविर हुसैन व मुजफ्फर, वाराणसी कमिश्नरेट के अभिषेक सिंह हनी उर्फ जहर, बृजेश कुमार सिंह व सुभाष सिंह ठाकुर।
The Review
UP Mafia
UP Mafia कुख्यातों के आतंक की अलग दुनिया है तो उनसे मुकाबले को खाकी का बड़ा साहस भी। बीते वर्षों में अपराधियों के विरुद्ध शासन के बदले रुख ने पुलिस कार्रवाई के दायरे को बढ़ाया है।
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