BNP NEWS DESK। Varanasi Airport वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का सिर्फ आकार ही नहीं बढ़ने जा रहा, बल्कि यह देश की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी बनेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में इस हवाई अड्डे का 2870 करोड़ रुपये से विस्तार किया जाएगा। इस विस्तार में एक नए टर्मिनल का निर्माण औऱ रनवे का दायरा बढ़ाना शामिल है। बुधवार को कैबिनेट ने हवाई अड्डे को पूरी तरह नया स्वरूप देने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी।
लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की यात्री क्षमता लगभग तीन गुना बढ़ जाएगी
Varanasi Airport सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि विस्तार के साथ यह हवाई अड्डा पूरी तरह पर्यावरण अनुकूल होगा। विस्तार की योजना में एक समानांतर अंडरग्राउंड टैक्सी ट्रैक का निर्माण भी शामिल है।
इस विस्तार के साथ लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की यात्री क्षमता लगभग तीन गुना बढ़ जाएगी।
मौजूदा समय इस हवाई अड्डे में हर साल 39 लाख यात्रियों को आवागमन की सुविधा देने की क्षमता है, जो विस्तार के बाद लगभग एक करोड़ हो जाएगी। इस एयरपोर्ट के विकास के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआइ) ने 2869.65 करोड़ की परियोजना का प्रस्ताव दिया था।
76,200 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा वधावन बंदरगाह
बीते दो कार्यकाल में भारत में जलमार्ग के माध्यम से परिवहन कनेक्टिविटी को मजबूत करने में जुटी रही मोदी सरकार ने इस कार्यकाल की शुरुआत में ही एक बड़ा निर्णय किया है। कैबिनेट की बैठक में सरकार ने महाराष्ट्र के वधावन में आल वेदर ग्रीनफील्ड पोर्ट (बंदरगाह) के निर्माण को स्वीकृति दे दी है।
सरकार का दावा है कि 76,200 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रहा यह बंदरगाह दुनिया के शीर्ष दस बंदरगाहों में शामिल होगा। आर्थिक गतिविधियों में महती भूमिका निभाने जा रहे इस पोर्ट के माध्यम से दस लाख प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी तैयार होंगे।
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Varanasi Airport
वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का सिर्फ आकार ही नहीं बढ़ने जा रहा, बल्कि यह देश की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी बनेगा।
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