बीएनपी न्यूज डेस्क। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के नव्य-दिव्य स्वरूप में आने के बाद बाबा भोलेनाथ के दर्शन के लिए भक्त खूब उमड़ रहे हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ का प्रसाद पाकर लोग अपने को धन्य समझते हैं।महाशिवरात्रि में भी देश भर से शिव भक्तों की इच्छा यहाँ दर्शन करने और फिर प्रसाद लेकर अपनी को तृप्त करने की होती है। अक्सर लोगों की इच्छा होती है कि काश घर बैठे ही उन्हें बाबा भोलेनाथ का प्रसाद मिल सके। ऐसे में लोगों को अब निराश नहीं होना पड़ेगा। अब वे घर बैठे डाक विभाग के माध्यम से स्पीड पोस्ट द्वारा श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे। उक्त जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्रीकृष्ण कुमार यादव ने दी।
इस संबंध में जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्रीकृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक विभाग और श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के बीच हुये एक एग्रीमेण्ट के तहत नए स्वरूप में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद देश भर में स्पीड पोस्ट सेवा द्वारा लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके तहत अपने नजदीकी डाकघर से मात्र ₹ 251 रूपये का ई-मनीआर्डर प्रवर अधीक्षक डाकघर, वाराणसी (पूर्वी) मंडल-221001 के नाम भेजना होगा। ई-मनीऑर्डर प्राप्त होते ही डाक विभाग द्वारा तत्काल दिए गए पते पर स्पीड पोस्ट द्वारा प्रसाद भेज दिया जाएगा। डिब्बा बंद प्रसाद टेंपर प्रूफ इनवेलप में होगा। इससे किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। इसके अलावा इसे मात्र ₹ 201 में वाराणसी सिटी डाकघर के काउंटर से भी प्राप्त किया जा सकता है। इस वित्तीय वर्ष में देश के विभिन्न भागों में लगभग 1500 लोगों को यह प्रसाद भेजा जा चुका है।
प्रसाद में शामिल होंगी ये वस्तुएं
पोस्टमास्टर जनरल श्रीकृष्ण कुमार यादव ने बताया कि प्रसाद में श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग की छवि, महामृत्युंजय यंत्र, श्री शिव चालीसा, 108 दाने की रुद्राक्ष की माला, बेलपत्र, माता अन्नपूर्णा से भिक्षाटन करते भोले बाबा की छवि अंकित सिक्का, भभूति, रक्षा सूत्र, रुद्राक्ष मनका, मेवा, मिश्री का पैकेट इत्यादि शामिल होंगे।
प्रवर अधीक्षक डाकघर, वाराणसी पूर्वी मंडल राजन ने बताया कि, डाक विभाग ने इस बात के भी प्रबंध किए हैं कि, भक्तों को मोबाइल नंबर पर स्पीड पोस्ट का विवरण एसएमएस के माध्यम से मिलेगा। इसके लिए भक्तों को ई-मनीऑर्डर में अपना पूरा पता, पिन कोड और मोबाइल नंबर लिखना अनिवार्य होगा।
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