BNP NEWS DESK। Puri Jagannath Dham पुरी जगन्नाथ धाम में आज देव स्नान पूर्णिमा के चलते उत्सव का माहौल रहा। लाखों भक्तों का समागम जगन्नाथ धाम में हुआ।भक्तों के समागम को देखते हुए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए थे।वहीं पूर्व निर्धारित नीति के तहत चतुर्धा मूर्ति को मंदिर की रत्नवेदी से पहंडी बिजे कर स्नान मंडप में लाया गया।यहां पर चतुर्धा विग्रहों को 108 घड़ा सुगंधित जल से स्नान कराया गया।
लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा जगन्नाथ धाम में
Puri Jagannath Dham इसके बाद प्रभु को हाथी वेश में सजाया गया। प्रभु के इस वेश को देखने के लिए राज्य एवं राज्य बाहर से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा जगन्नाथ धाम में हुआ था। चतुर्धा विग्रह की पहंडी बिजे सुबह 5 बजे शुरू हुई।इसके बाद जल बिजे नीति शुरू की गई।तत्पश्चात छेरापहंरा नीति सम्पन्न होने के बाद प्रभु का हाथी वेश शुरू हुआ। हाथी वेश सम्पन्न होने के बाद भक्तों ने महाप्रभु के गजानन वेश का दर्शन किया।
जय जगन्नाथ के नारे से पूरा बड़दांड सुबह से ही गुंजयमान रहा
भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए जगन्नाथ मंदिर के सामने बैरिकेड बनाया गया था। भक्तों ने बैरिकेड से सिंहद्वार के जरिए स्नान वेदी पर प्रभु के अनुपम हाथी वेश का दर्शन किए।दर्शन के बाद भक्तों को बाहर निकलने की व्यवस्था अन्य तीन द्वार से की गई थी। जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ के नारे से पूरा बड़दांड सुबह से ही गुंजयमान रहा।अति समीप से दर्शन का सुनहरा अवसर होने से भक्तों का हुजूम सुबह से मंदिर के पास पहुंच गया था।
पुरी जिला एवं मंदिर प्रशासन की तरफ से लोगों की भीड़ को देखते हुए मार्केट चौक से मरिचिकोट तक एवं मरचिकोट चौक से श्रीनअर तक विशेष बैरिकेड बनाया गया था। पुरी के एसपी पिनाक मिश्रा ने कहा है कि पुलिस ने लाखों श्रद्धालुओं के आने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।एसपी रैंक के चार अधिकारी, 12 अतिरिक्त एसपी, 22 डीएसपी, 290 से अधिक सब-इंस्पेक्टर, पुलिस बल की कुल 68 प्लाटून तैनात की गई हैं। 112 नंबर पुलिस हेल्पलाइन जारी किया गया है।पूरे पुरी शहर को सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया था।मंदिर के अंदर एवं बाहर भी हर जगह सुरक्षा के तकड़े इंतजाम किए गए थे।
पुरी जगन्नाथ धाम में चतुर्धा विग्रहों की स्नान नीति संपन्न करते सेवक एवं जगन्नाथ धाम में उमड़ा भक्तों का हुजूम।
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Puri Jagannath Dham
पुरी जगन्नाथ धाम में आज देव स्नान पूर्णिमा के चलते उत्सव का माहौल रहा। लाखों भक्तों का समागम जगन्नाथ धाम में हुआ।
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