BNP NEWS DESK। UP Police Recruitment उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा सिपाही के 60,244 पदों के लिए छह दिन पहले आयोजित परीक्षा शनिवार को रद कर दी गई। पेपर लीक होने की जांच करवाने के बाद शासन ने यह निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि छह माह के भीतर दोबारा परीक्षा ली जाएगी। परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है।
पेपर लीक मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई
UP Police Recruitment युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। पेपर लीक मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है। इस परीक्षा के लिए 48.17 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इनमें से 42.83 लाख अभ्यर्थियों 17 व 18 फरवरी को दो-दो पालियों में परीक्षा दी थी। अब उम्मीद की जा रही है कि लोकसभा चुनाव के बाद परीक्षा ली जाएगी।
पेपर लीक के होने के दावों के संबंध में लोगों से आनलाइन जानकारी और दस्तावेज मांगे थे
सभी 75 जिलों में 2378 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का आरोप सबसे पहले लखनऊ के एक शिक्षक विवेक ने लगाया था। इसके बाद मैनपुरी व अन्य कई जिलों में भी लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर पेपर लीक होने का दावा किया था। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा ने इसके बाद एडीसी की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया था। UP Police Recruitment
पेपर लीक के होने के दावों के संबंध में लोगों से आनलाइन जानकारी और दस्तावेज मांगे थे। बोर्ड को 1,500 से ज्यादा लोगों ने पेपर लीक के दावे संबंधी प्रमाण दिए थे। बोर्ड की जांच में पेपर लीक की पुष्टि होने के बाद सरकार ने परीक्षा रद कर दोबारा परीक्षा कराने की घोषणा की है।
भर्ती परीक्षा में सेंधमारी को रोकने के लिए जिलों की पुलिस और एसटीएफ ने परीक्षा के पहले से ही अलर्ट मोड पर रहते हुए साल्वर गैंग के सदस्यों की धरपकड़ शुरू कर दी थी। 15 और 16 फरवरी को 18 सदस्य पकड़े गए थे। 18 फरवरी को परीक्षा के अंतिम दिन तक यह आंकड़ा तीन सौ के पार हो गया।
साल्वरों में बिहार में तैनात रेलवे स्टेशन मास्टर से लेकर पीएसी-पुलिस के सिपाही तो कहीं लैब टेक्नीशियन तक शामिल मिले। आरोपितों से माइक्रोफोन, इलेक्ट्रानिक डिवाइस, कूट रचित मुहर, फर्जी एडमिट कार्ड, बैंकों के चेक बरामद हुए थे।
मैनपुरी और लखनऊ में दर्ज करवाई गई थी एफआइआर
18 फरवरी को लखनऊ में परीक्षा के दौरान कृष्णानगर स्थित सिटी माडर्न एकेडमी स्कूल में अभ्यर्थी सत्य अमन कुमार के पास से सवालों के जवाब की पर्ची मिली थी। अमन कुमार ने पुलिस को बताया था कि उसके वाट्सएप पर दोपहर 12 बजकर 56 मिनट पर नीरज नामक युवक ने उसे सवालों के जवाब भेजे थे, जिन्हें उसने पर्ची पर नोट कर लिया था।
उसके मोबाइल की जांच में सवालों के जवाब आने की पुष्टि के बाद कृष्णा नगर थाने में इंस्पेक्टर रामबाबू ने 19 फरवरी को एफआइआर दर्ज करवाई थी। मैनपुरी में भी रविवार को दूसरी पाली की परीक्षा में एक परीक्षार्थी से नकल की पर्ची पकड़ी गई थी। पर्ची में पेपर के प्रश्नों के उत्तर लिखे हुए थे। यह बात एफआइआर दर्ज होने के बाद सामने आई। परीक्षार्थी के मोबाइल पर परीक्षा से एक घंटे पहले ही उत्तर आ गए थे, जिससे उसने पर्ची तैयार की।
आरओ व एआरओ की परीक्षा की होगी जांच
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप्र लोक सेवा आयोग द्वारा 11 फरवरी को आयोजित की गई समीक्षा अधिकारी (आरओ) व सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) की प्ररम्भिक परीक्षा से जुड़ी शिकायतों का भी संज्ञान लिया है। इस संदर्भ में अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक डा. देवेश चर्तुवेदी ने कहा है कि दोनों परीक्षाओं की शुचिता व पारदर्शिता के संबंध में प्राप्त शिकायतों का शासन के स्तर पर जांच करवाई जाएगी। उन्होंने अभ्यर्थियों व लोगों से अपील की है कि वह इन दोनों परीक्षाओं की शुचिता से संबंधित कोई भी शिकायत या तथ्यों को 27 फरवरी तक secyappoint@nic.in पर उपलब्ध करवा सकते हैं।
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उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा सिपाही के 60,244 पदों के लिए छह दिन पहले आयोजित परीक्षा शनिवार को रद कर दी गई।
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