वाराणसी, बीएनपी न्यूज डेस्क। जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने आज मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित जिला राइफल क्लब सभागार में आगामी विधानसभा निर्वाचन-2022 की तैयारियों की समीक्षा बैठक करते हुए सभी सम्बंधित अधिकारियों/कर्मचारियों को 5 दिसम्बर तक तैयारी पूरी कर लिये जाने का निर्देश दिया।
मतदाता सूची अपडेट करने के कार्य में एडीशन व डिलीशन के कार्य में विशेष सावधानी बरतने का निर्देश दिया। इसके अलावा रिजेक्ट व डुप्लीकेसी के फार्मो को पुनः जांच करने को कहा। डिजिटलाईजेशन का कार्य आज पूरा कर लिये जाने का निर्देश दिया। इसके अलावा जेंडर रेशियो कितना बढ़ा तथा 18-19 वर्ष के कितने नये वोटर सूची में जोड़े गये इसकी जानकारी देने का निर्देश दिया।
उन्होंने फार्म फीडिंग के बारे में निर्देशित किया कि सभी ईआरओ/एईआरओ द्वारा 20-20 फार्म सुपर चेक किये जायें। बीएलओ और ईआरओ/एईआरओ की रिपोर्ट के बिना एक भी फार्म फीड नहीं किया जाय। बीएलओ को आज प्रत्येक दशा में फार्म जमा किये जाने का निर्देश दिया। किस बूथ पर कितने फार्म प्राप्त हुए इसकी सूचना भी संकलित की जाय। उन्होंने कम्युनिकेशन प्लान तथा रुट चार्ट तैयार करने का निर्देश देते हुए कहा कि हर बूथ से सटे दो-दो निवासियों के सही फोन नम्बर प्लान में जोड़ने व रुट चार्ट में सभी सम्बंधित आवश्यक सूचनाएं दर्ज की जायें। सभी जोनल व सेक्टर अधिकारी बीएलओ के साथ अपने- अपने क्षेत्र के बूथों के एएमएफ चेक कर लें।
जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने संवेदनशील बूथों क्रिटिकल व वल्नरेबल के निर्धारण/पहचान का कार्य 2-3 दिनों में पूरा करते हुए पांच दिसम्बर तक सूचना देने का निर्देश दिया।
निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश के अनुसार कोरोना के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए एक मतदान केंद्र पर 6 से अधिक बूथ न रखे जायें, इससे अधिक बूथ होने पर उसे आसपास के अन्य केंद्रों या नये मतदेय स्थल चिन्हित कर बनाये जायें। आयोग ने इसके अलावा मतदान केन्द्र की अधिकतम दूरी दो किलोमीटर के अन्दर ही सुनिश्चित किये जाने का निर्देश दिया है।
राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठक के दौरान उक्त सभी संदर्भों पर बैठक करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आपके द्वारा सही जानकारी मिलती है जिससे निर्वाचन सम्बंधी समस्याओं का उचित निदान सम्भव होता है। बूथों से सम्बंधित सुविधाओं/समस्याओं आदि के प्रस्ताव आज सभी दलों से प्राप्त किये गये। जिसका सम्बंधित अधिकारियों द्वारा परीक्षण कर निदान किया जायेगा।
उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे बूथ लेवल असिस्टेंट नियुक्त कर दें तथा संवेदनशील बूथों की सूची भी 5 दिसम्बर तक उपलब्ध करा दें। वल्नरेबल एवं क्रिटिकल बूथों की पहचान के लिए कहा कि सम्बंधित बूथों पर किसी प्रकार की राजनैतिक प्रतिद्वंदिता या वर्चस्व की लड़ाई, धार्मिक तनाव के कारण, क्षेत्र के दबंग के प्रभावी होने या पुरानी रंजिश के साथ ही पहले की घटित घटनाओं सहित अन्य कारणों का संज्ञान लिया जाय।
जोनल एवं सेक्टर अधिकारियों की बैठक करते हुए उन्होंने कहा की आचार संहिता के अनुपालन की कार्यवाही प्रारंभ कर दी जाए। बैनर, पोस्टर हटाने का कार्य प्रारंभ कर दिया जाए। वॉल पेंटिंग किसी के द्वारा भी न कराया जाए। उन्होंने सभी प्रभारी अधिकारियों को दी गयी जिम्मेदारी का निर्वहन करने हेतु निर्देशित करते हुए कहा कि वे अभी से तत्परता से कार्य में लग जायें।
एडीएम आपूर्ति को निर्देशित किया कि आईसीसीसी या अन्य उपयुक्त स्थान चिन्हित कर कंट्रोल रुम अभी से चालू करा दें, जिससे किसी भी प्रकार की मतदाता सम्बंधी समस्या लोगों द्वारा बतायी जा सके। एडीएम फाइनेंस द्वारा बैरिकेडिंग का कार्य कराये जाना है जिसके टेंडर आदि का कार्य प्रारम्भ किये जाने, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी को 5 दिसम्बर तक कम्युनिकेशन प्लान तैयार कर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर सीएचसी व पीएचसी पर 48 घंटे, जब तक पोलिंग पार्टियां मतदान केंद्र पर रहेंगी संचालित करने का निर्देश दिया। इसके अलावा आरटीपीसीआर टेस्ट की व्यवस्था, थानेवार एम्बुलेंस की व्यवस्था सहित टीमें गठित करने आदि की कार्य योजना 5 दिसम्बर तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई के लिये ग्राम पंचायत और नगर निगम के सहयोग से सफाई कराने की व्यवस्था किये जाने का निर्देश डीपीआरओ को दिया।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन/उप जिला निर्वाचन अधिकारी रणविजय सिंह, अपर जिलाधिकारी नागरिक आपूर्ति, सभी रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, प्रभारी अधिकारी सहित राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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