बीएनपी न्यूज डेस्क। Kashi Dharma Parishad वैष्णव विरक्त संत समाज की ओर से सुदामा कुटी में काशी धर्म परिषद की बैठक इस्लामी जिहादियों के आतंक से भारत को बचाने के उद्देश्य से बुलाई गई। काशी धर्म परिषद ने पातालपुरी मठ के महंत बालक दास जी महाराज की अध्यक्षता में शुक्रवार (जुमा) को देश भर में जुमा की नमाज के बाद नमाजियों द्वारा की गई हिंसा के लिए निंदा प्रस्ताव पारित किया। सुदामा कुटी में जुटे संतों, महंतों एवं आचार्यो ने शुक्रवार की घटना को भयावह और भारतीयों को डराने वाला बताया। जिस तरह से इस्लामी जिहादी नमाज पढ़ने के बाद सड़को पर देश को जला रहे है उसे संत समाज कभी बर्दाश्त नही करेगा।
काशी धर्म परिषद की बैठक में नूपुर शर्मा का गला काटने और रेप की धमकी की कठोर निंदा की गई और इस्लामी जिहादियों पर तत्काल अंकुश लगाने की सरकार से अपील की गई। काशी धर्म परिषद में कोतवाल मोहन दास जी ने कहा कि हम भगवान राम के रास्ते पर चलने वाले है। हम शांति चाहने वाले है। जो हिंसा की जा रही है वह अस्वीकार्य है। सरकार तत्काल कदम उठाए अब बहुत हो चुका है।
काशी धर्म परिषद के अध्यक्ष महंत बालक दास जी ने कहा कि देश जल रहा है, हमारे मन्दिर तोड़े जा रहे हैं। हमारे भगवानों का रोज अपमान किया जा रहा है। हम कानून के रास्ते से ही इस्लामी जिहादियों के खिलाफ कार्यवाई चाहते है। देश को जलने से बचाने के लिए संत समाज सड़को पर उतरेगा। हम सभी पंथों, अखाड़ों एवं नागाओं से वार्ता कर बड़ा फैसला लेंगे। शिवलिंग में छेद करने वाले इंतजामिया कमिटी के सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे। काशी धर्म परिषद ने शुक्रवार को नामाजियो द्वारा की गई देश भर में हिंसा के लिए निंदा के साथ 16 प्रस्ताव पारित किए। जिसे देश भर के धर्माचार्यों राज्य सरकारों और भारत सरकार को भेजा जाएगा।
https://bharatnewspost.com/wp-content/uploads/2022/06/Kashi-Dharma-Parishad.jpg
प्रस्ताव-
1. शुक्रवार (जुमे) के दिन हिंसा करने वाले मुस्लिम कट्टरपंथी नमाजियों की वजह से देश का माहौल खराब हो रहा है। इन पर प्रतिबन्ध लगाया जाये।
2. जिस मस्जिद से पथराव हो रहा है उस पर पूर्णतः तालाबन्दी की जाये।
3. ज्ञानवापी पर सच बोलने वाले राष्ट्रवादी मुसलमान अफसर बाबा को स्थायी सुरक्षा दी जाये। अफसर बाबा के हमलावरों को गिरफ्तार कर रासुका लगाया जाये। काशी धर्म परिषद अफसर बाबा के साथ है।
4. नुपुर शर्मा को रेप की धमकी देने वाले जिहादी हैवानों पर रासुका लगाया जाये।
5. इस्लामी कट्टरपंथियों पर सख्त कार्यवायी की जाये।
6. देश को इस्लामी आतंकियों से बचाने के लिये संतों को भी सड़क पर उतरना होगा।
7. इस्लामी आतंकियों के हवाले हम देश को नहीं छोड़ सकते। देश को इस्लामी देश बनाने की साजिश का पर्दाफाश करना होगा।
8. संतों, महात्माओं और नागा साधुओं की संयुक्त बैठक आयोजित की जायेगी जिसमें देश बचाने की रणनीति पर विचार किया जायेगा।
9. भगवान शिव, भगवान श्रीराम, माता जानकी, भगवान श्रीकृष्ण समेत हिन्दू देवी देवताओं पर अपमान जनक टिप्पणी करने, फिल्मों में मजाक बनाने वाले जिहादियों को तत्काल जेल भेजा जाये।
10. हिन्दू समाज के धैर्य की परीक्षा न लें इस्लामी जिहादी। मुहल्ले स्तर पर जिहादियों की सूची बनायी जाये।
11. शुक्रवार (जुमे) के दिन नफरत फैलाने वाली तकरीर देने वाले मौलानाओं को गिरफ्तार कर सम्पत्ति जब्त की जाये।
12. हर मस्जिद में सीसीटीवी कैमरा लगे, तकरीर करने वाले मौलानाओं का भाषण रिकार्ड हो। उकसाने और भड़काने वाले बयान देने पर तत्काल रासुका लगायी जाये।
13. भारत के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने वाले इस्लामी देशों के साथ व्यापारिक रिश्ते खत्म किये जायें।
14. अपने देश की रक्षा के लिये संत समाज की शहर स्तर पर इकाई गठित की जायेगी जिसमें सभी पंथों के लोग शामिल होंगे।
15. नमाजियों द्वारा रांची में हनुमान जी के मंदिर में तोड़ फोड़ और हमले की कठोर निन्दा की जाती है। झारखंड सरकार तत्काल नमाजियों और उनके आकाओं को जेल भेजे, अन्यथा देशभर में आन्दोलन के लिये तैयार रहे।
16. इस्लामी जिहादी अपनी ताकत दिखाकर भारत में शरिया लागू करवाने का प्रयोग कर रहे हैं। ये भारत में तालिबानी शासन चाहते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय जाहिल जेहादियों पर अंकुश लगाये। भारत सरकार इन जिहादियों पर नियंत्रण के लिये कठोर कानून बनाये।
बैठक में प्रमुख रूप से पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास जी महाराज, सुदामा कुटी के महंत राघव दास जी महाराज, रामजानकी मठ बुलानाला के महंत अवधकिशोर दास जी महाराज, महंत अवधेश दास जी महाराज, रामपंथ के पंथाचार्य डॉ० राजीव श्रीगुरुजी, महंत प्रमोद दास जी महाराज, महंत सत्यनारायण दास जी, नारायण दास जी, डॉ० श्रवण दास जी, महंत रामेश्वर दास जी, महंत रामशरण दास जी, महंत सियाराम दास जी, कोतवाल मोहन दास जी, कोतवाल विजय दास जी, महंत ईश्वर दास जी, महंत सर्वेश्वर शरण दास जी, महंत चन्द्रभूषण दास जी, महंत वैभव गिरी जी, ताण्डव महाराज, रामेश्वर दास जी, महंत श्रीराम दास जी ने विचार व्यक्त किया।
Discussion about this post