BNP NEWS DESK। forests of uttarakhand उत्तराखंड के जंगलों में बेकाबू आग अब जिंदगी पर भारी पड़ रही है। कुमाऊं मंडल में अल्मोड़ा जिले के बिनसर अभयारण्य स्थित गैराड़ के जंगल में धधकी लपटों ने गुरुवार को चार कर्मचारियों को जिंदा जला दिया। आग बुझाने के प्रयास में वन विभाग के दो वन रक्षक, एक वन वाचर और एक पीआरडी जवान की मौत हुई है।
forests of uttarakhand चार अन्य कर्मचारी गंभीर हैं। झुलसे कर्मचारियों को अल्मोड़ा बेस अस्पताल लाया गया है। जंगलात की गाड़ी भी आग से जल गई। घटना से वन अफसरों में हड़कंप मचा है।
बिनसर अभयारण्य स्थित गैराड़ बुरुश कुटिया के पास गुरुवार दोपहर जंगल में आग लगने की सूचना मिली थी। वन विभाग के सात कर्मचारी व एक पीआरडी जवान मौके पर पहुंचे। लपटें इतनी विकराल थी कि सभी इसमें घिर गए और बुरी तरह झुलस गए। वन रक्षक दीवान राम (35 वर्ष), त्रिलोक मेहता (56 वर्ष), फायर वाचर करन आर्या (21 वर्ष) और पीआरडी जवान पूरन मेहरा (52 वर्ष) ने मौके पर ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।
कृष्ण कुमार (21 वर्ष), भगत सिंह भोज (38 वर्ष), कुंदन नेगी (44 वर्ष), कैलाश भट्ट (44 वर्ष) गंभीर घायल हैं। इन्हें 108 आपातकालीन वाहन की मदद से अल्मोड़ा बेस अस्पताल लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद कृष्ण कुमार और कुंदन सिंह को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
डीएफओ सिविल सोयम ध्रुव मर्तोलिया के अनुसार दोनों वन रक्षक स्थायी कर्मचारी थे। बाकी पांच अस्थायी कर्मचारी हैं। आग बुझाने के लिए पीआरडी के जवानों का भी वन विभाग सहयोग ले रहा है। उन्होंने बताया कि आग की घटना से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
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forests of uttarakhand
उत्तराखंड के जंगलों में बेकाबू आग अब जिंदगी पर भारी पड़ रही है। कुमाऊं मंडल में अल्मोड़ा जिले के बिनसर अभयारण्य स्थित गैराड़ के जंगल में धधकी लपटों ने गुरुवार को चार कर्मचारियों को जिंदा जला दिया।
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