Bnp News Desk। Anant Chaturdashi 2022 सनातन धर्म में भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी को किया जाने वाला अनंत चतुर्दशी व्रत इस बार नौ सितंबर शुक्रवार को पड़ रहा है। भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी तिथि आठ सितंबर को रात 7.42 बजे लग रही है जो नौ सितंबर को शाम 5.35 बजे तक रहेगी। शास्त्र के अनुसार अनंत चतुर्दशी में उदय व्यापिनी तिथि ली जाती है। पूर्णिमा का सहयोग होने से इसमें शुभ फल की विशेष वृद्धि होती है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार अबकी अनंत चतुर्दशी रवि योग में मिल रही है जो इसे और भी विशेष बना रही है। तिथि विशेष में अनंत भगवान श्रीहरि के नाम से व्रत-पूजन का महत्व है। इस व्रत को करने से धन-धान्य, पुत्र-पौत्रादि, ऐश्वर्यादि, यहां तक की हर तरह के सुखादि की प्राप्ति होती है। अंत में श्रीहरि बैकुंठ में स्थान देते हैं। तिथि विशेष पर व्रतीजनों को प्रातः स्नान आदि करके संकल्प लेना चाहिए। संकल्प में अपना नाम, गोत्र के साथ ही मास, तिथि, पक्ष, वार का उच्चारण करके मन में यह भाव होना चाहिए कि मेरे सभी तरह के पापों का क्षय के साथ ही शुभ फल की वृद्धि व भगवान श्रीअनंत विष्णु के प्रित्यर्थ अनंत चतुर्दशी का व्रत करेंगे या करूंगी।
Anant Chaturdashi 2022 इस तरह संकल्प कर निवास स्थान को स्वच्छ व सुशोभित करें। फिर चौकी आदि को मंडप रूप में सज्जित कर उसमें भगवान की सात फणों वाली शेष स्वरूप भगवान अनंत की मूर्ति स्थापित करें। उनके आगे 14 गांठ का अनंत दोरख रखें। नवीन आम्र पल्लव, गंध, पुष्प, धूप, दीप और नैवेद्य से पूजन करना चाहिए। इसमें पंचामृत, पंजीरी, मोदक का भोग अर्पण कर श्रीहरि की आराधना कर भगवान अनंत की कथा का श्रवण या वाचन करें। लगातार 14 वर्ष व्रत करें और नियत अवधि पूरी होने पर भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी को उद्धापन करें। इस महाव्रत को करने से कुछ भी प्राप्त करना असंभव नहीं होता। अंत में श्रीहरि का सायुज्य के साथ ही बैकुंठ में स्थान मिलता है। शास्त्रों में अनंत चतुर्दशी व्रत की महिमा अनंत बताई गई है।
रामनगर की रामलीला का श्रीगणेश
अनंत चतुर्दशी पर ही रामनगर में मास पर्यंत चलने वाली विश्व प्रसिद्ध रामलीला का श्रीगणेश होता है। पहले दिन रामबाग में क्षीर सागर की झांकी सजती है। रामलीला के निमित्त भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी पर द्वितीय गणेश पूजन के साथ रामनगर पक्की पर मंचन न की जाने वाली दोहे-चौपाइयों का पाठ शुरू किया जा चुका है।
The Review
Anant Chaturdashi 2022
Anant Chaturdashi 2022 सनातन धर्म में भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी को किया जाने वाला अनंत चतुर्दशी व्रत इस बार नौ सितंबर शुक्रवार को पड़ रहा है। भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी तिथि आठ सितंबर को रात 7.42 बजे लग रही है जो नौ सितंबर को शाम 5.35 बजे तक रहेगी।
Discussion about this post