BNP NEWS DESK। Pradeep Mishra राधारानी के विवाह और जन्मस्थान को लेकर विवादित टिप्पणी करने से ब्रज के संत और सेवायतों के निशाने पर आए प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने आखिरकार बरसाना पहुंचकर अपने कथन के लिए माफी मांग ली है। शनिवार को करीब दो बजे बरसाना स्थित राधारानी मंदिर पहुंचे कथावाचक ने राधारानी के सामने दंडवत होने के बाद नाक रगड़कर माफी मांगी। उन्होंने कहा राधारानी हमारी इष्ट हैं। करीब पांच मिनट मंदिर में रुकने के बाद वे चले गए।
Pradeep Mishra मध्य प्रदेश के सिहोर निवासी प्रदीप मिश्रा का एक वीडियो पिछले दिनों इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था। इसमें वे यह कहते हुए दिख रहे हैं कि राधारानी कृष्ण की पत्नी नहीं हैं। उनका विवाह तो मथुरा के ही छाता निवासी अनय घोष के साथ हुआ था। उन्होंने ये भी कहा कि राधारानी बरसाना की नहीं हैं। बरसाना में उनके पिता बृषभानु की कचहरी थी। इससे ब्रजवासी आक्रोशित हो गए।
साधु-संत और मंदिरों के सेवायतों ने बरसाना में महापंचायत की
प्रदीप मिश्रा के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने को शिकायती पत्र दिया गया। ब्रज तीर्थ देवालय न्यास के संयोजन में 24 जून को साधु-संत और मंदिरों के सेवायतों ने बरसाना में महापंचायत की थी। इसमें तीन दिन में प्रदीप मिश्रा को मंदिर आकर राधारानी के समक्ष नाक रगड़कर माफी मांगने की चेतावनी दी गई थी। शनिवार को प्रदीप मिश्रा ने अपने बरसाना आने की सूचना साधु-संतों को दी।
मंदिर में सुरक्षा के लिए काफी पुलिस बल लगाया गया
मंदिर में सुरक्षा के लिए काफी पुलिस बल लगाया गया। साधु-संत और मंदिरों के सेवायत भी पहुंच गए। दोपहर करीब दो बजे राजभोग आरती के समय प्रदीप मिश्रा अपने कुछ अनुयायियों के साथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने राधारानी के आगे हाथ जोड़े। फिर दंडवत प्रणाम कर नाक रगड़कर अपनी टिप्पणी पर माफी मांगी।
यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि राधारानी का बुलावा था, इसलिए वो बरसाना आए हैं। राधारानी उनकी इष्ट है। अगर मेरी वाणी से किसी ब्रजवासी या साधु संतों को कोई चोट पहुंची है तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं।
मंदिर में गूंजा मुर्दाबाद
प्रदीप मिश्रा जब मंदिर में माफी मांगने पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने उनके विरोध में नारेबाजी की। जब वह माफी मांगकर बाहर निकलने लगे, तो आक्रोशित लोगों ने उनके समक्ष प्रदीप मिश्रा मुर्दाबाद के नारे लगाए।
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Pradeep Mishra
राधारानी के विवाह और जन्मस्थान को लेकर विवादित टिप्पणी करने से ब्रज के संत और सेवायतों के निशाने पर आए प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने आखिरकार बरसाना पहुंचकर अपने कथन के लिए माफी मांग ली है।
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