बीएनपी न्यूज डेस्क। Garib Kalyan Sammelan प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र सरकार के आठ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मंगलवार को शिमला में आयोजित “गरीब कल्याण सम्मेलन” में हिस्सा लिया। उन्होंने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं जो कुछ भी कर रहा हूं, ये सब आपकी वजह से ही संभव है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान से देशवासियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि खुशी के पल अगर हिमाचल में आकर बिताने को मिलें, तो इससे बेहतर कुछ नहीं है। शिमला की धरती मेरी कर्मभूमि रही है। ये मेरे लिए देवभूमि है। देशवासियों से यहां से बात करना खुशी की बात है। केंद्र सरकार के 8 साल पूरे होने पर यहां कार्यक्रम होना खुशी की बात है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं जो कुछ भी कर रहा हूं ये सब आपकी वजह से ही संभव है। उन्होंने कहा कि जब फाइल पर साइन करता हूं तब तो जिम्मेदारी होती है, लेकिन जब फाइल चली जाती है, तो आपके परिवार का सदस्य बन जाता हूं। 130 करोड़ भारतीयों के परिवार का हिस्सा बन जाता हूं।उन्होंने कहा कि मैं शिमला से अपना संकल्प दोहराऊंगा। मेरा संकल्प है कि हर नागरिक की सेवा करता रहूं। उन्होंने कहा कि हम देश को उस ऊंचाई तक पहुंचाएंगे, जो आजादी के दीवानों ने देखा था। 2014 से पहले अखबारों की हेडलाइन लूट खसोट, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाज, अटकी-लटकी- भटकी योजनाओं की होती थीं। लेकिन अब वक्त बदल गया है। अब विश्व में भारत की चर्चा होती है। पहले योजनाओं का पैस जरूरतमंद तक पहुंचने से पहले लुट जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत मजबूरी में नहीं मदद करने के लिए हाथ बढ़ाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले खुले में शौच की बेबसी थी, अब सम्मान से जीने की आजादी है, पहले ट्रिपल तलाक का डर था, अब अधिकारों की लड़ाई लड़ने का हौसला है। पहले देश की सुरक्षा को लेकर चिंता थी, अब हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं, सर्जिकल स्ट्राइक पर गर्व है। उन्होंने डिजिटल ट्रांजैक्शन का जिक्र करते हुए कहा कि जितने पैसे भेजे गए, सब लाभार्थी के खाते में गए। 10 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में 21 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर हो गए हैं। बीते 8 साल में हमने डीबीटी के जरिए 22 लाख करोड़ से ज्यादा सीधे देशवासियों के अकाउंट में ट्रांसफर किए। पहले 100 पैसे में 85 पैसे लापता हो जाता था, अब जितने पैसे भेजे वह पूरे और सही पते पर लाभार्थी के खाते में भेजे गए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यक्रम में किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त जारी की। 10 करोड़ किसानों 21 हजार करोड़ रुपये बटन दबाकर जारी किए। इस दौरान उन्होंने वर्चुअल लाभार्थियों से बात भी की। उन्होंने कहा कि हिमाचल के लोगों को अब इलाज के लिए चंडीगढ़, दिल्ली जाने की जरूरत नहीं है।बिलासपुर के एम्स में लोगों को सभी स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत आंख झुकाकर नहीं, आंख मिलाकर बात करेगा। आज भारत मजबूरी में नहीं बल्कि मदद के लिए हाथ बढ़ाता है। देश के विकास में हिमाचल के फार्मा हब बद्दी की भी बड़ी भूमिका रही है। कोविड काल में दुनिया के कई देशों को बद्दी में बनी दवाइयां भेजी गईं। चंबा का मेटल वर्क, कांगड़ा की पेटिंग के लोग आज भी दीवाने हो जाते हैं। सरकार का यही मकसद है कि हिमाचल के उत्पादों की दुनियाभर में डिमांड हो। काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारी और सुरक्षा कर्मी कुल्लू में महिलाओं के स्वंय सहायता समूहों द्वारा बनाई गई पूहलें (जुराबें) पहन रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल में हर घर से शायद ही कोई ऐसा परिवार होगा जिस घर से सैनिक न हो। ये वीरों की भूमि हैं। ये सैन्य परिवारों की भूमि है। यहां के लोगों को पता है कि पहले की सरकारों ने कैसे सैनिकों को वन रैंक, वन पेंशन के नाम पर धोखा दिया। लद्दाख के ताशी ने जीवन सेना में देश सेवा के लिए समर्पित किया और आज पीएम आवास योजना से उनका घर बन पाया है। पूर्व सरकारों ने सैनिकों की मांगों को कभी पूरा नहीं किया। जीवन को आसान बनाने के लिए काम कर रही सरकार। 2014 से पहले अखबार की सुर्खियां होती थीं-लूट और खसूट, भ्रष्टाचार, घोटाले, भाई-भतीजवाद, अफसरशाही, अटकी-लटकी और फटकी योजनाओं की। आज चर्चा होती है सरकार की योजनाओं की जिनसे कई लोगों का जीवन सुधर गया। आज चर्चा होती है दुनिया में, वर्ल्ड बैंक में ईज ऑफ डूइंग बिनजेस की। अब देश की सरकार माईबाप नहीं, सरकार सेवक है। सरकार जीवन में दखल देने के लिए नहीं, जीवन को आसान बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा हमारे देश में दशकों तक वोटबैंक की राजनीति हुई है। अपना-अपना वोटबैंक बनाने की राजनीति ने देश का बहुत नुकसान किया है। हम वोट बैंक बनाने के लिए नहीं, नए भारत को बनाने के लिए काम कर रहे हैं। हमने शत प्रतिशत लाभ, शत प्रतिशत लाभार्थी तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है, लाभार्थियों के सैचुरेशन का प्रण लिया है। शत प्रतिशत सशक्तिकरण यानि भेदभाव खत्म, सिफारिशें खत्म, तुष्टिकरण खत्म। शत प्रतिशत सशक्तिकरण यानि हर गरीब को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ। उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना हो, स्कालरशिप देना हो या फिर पेंशन योजनाएं, टेक्नोलाजी की मदद से हमने भ्रष्टाचार की गुंजाइश को कम से कम कर दिया है। जिन समस्याओं को पहले स्थाई मान लिया गया था, हम उसके स्थाई समाधान देने का प्रयास कर रहे हैं। अब वक्त बदल चुका है। आज चर्चा होती है सरकारी योजनाओं से मिलने वाले लाभ की। आखिरी घर तक पहुंचने का प्रयास होता है। दुनिया में आज भारत के स्टार्ट अप की चर्चा होती है। वर्ल्ड बैंक भी भारत के इज ऑफ डूइंग बिजनेस की चर्चा करता है। कोरोना काल में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया था, ऐसे बच्चों का जिम्मा संभालने का अवसर मुझे मिला है। ऐसे हजारों बच्चों की देखभाल का निर्णय हमारी सरकार ने किया, कल उन्हें मैंने कुछ पैसे भी चेक के माध्यम से भेज दिए।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जो वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे, ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार की योजनाओं से लाभान्वित लाभार्थियों से प्रधानमंत्री का संवाद स्थापित करने का यह कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण है। समाज के अंतिम पंक्ति में मौजूद व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रशासन स्तर पर क्या कार्य किए जा रहे हैं, यदि किसी स्तर पर भ्रष्टाचार है तो उसे समाप्त करने के लिए भी आज का यह कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने वर्चुअल लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि विगत 8 वर्षों में देश में बहुत कुछ लोगों ने परिवर्तन होते देखा है। देश वैश्विक मंच पर सम्मान प्राप्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा “सबका साथ सबका विकास” इस रूप में चरितार्थ हुआ है कि 140 करोड़ जनता का विश्वास जुड़ा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत देश में 3 करोड़ से अधिक लोगों को आवास उपलब्ध कराए गए। जिसमें उत्तर प्रदेश में 43.5 लाख लोगों को आवास उपलब्ध कराए गए। शहरी क्षेत्र में भी व्यापक पैमाने पर लोगों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराया गया है। शहरी क्षेत्रों में नियमों में शिथिलता भी बरती गई है। जिन लोगों के पास जमीन है लेकिन मकान नहीं, मकान है तो काफी जर्जर है, ऐसे लोगों को मकान बनाने के लिए ढाई लाख रुपए दिए गए। इतना ही नहीं जिन लोगों के पास न ही जमीन है और न ही मकान यानी दोनों सुविधाएं नहीं है उन्हें भी आवासीय योजना से लाभान्वित किया गया है।
“गरीब कल्याण सम्मेलन” अवसर पर चौकाघाट स्थित सांस्कृतिक संकुल सभागार में आयोजित कार्यक्रम में भारी संख्या में उपस्थित लोगों ने कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री आवास योजना से 10, राशन कार्ड से 10, प्रधानमंत्री उज्जवला कनेक्शन 10, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना अंतर्गत 10 बच्चों को लैपटॉप वितरण, पीएम स्वनिधि योजना अंतर्गत 10, आयुष्मान गोल्डेन कार्ड, एनआरएलएम की 20 बीसी सखियों को साड़ी आदि शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को लाभान्वित कराया गया। प्रधानमंत्री किसान निधि की 11 वी क़िस्त की धनराशि से वाराणसी के 265844 किसानों लाभान्वित हुए।
कार्यक्रम में अध्यक्ष जिला पंचायत पूनम मौर्या एवं महापौर मृदुला जायसवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त प्रणय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं भारी संख्या में लाभार्थी उपस्थित रहे।
कृषि विज्ञान केंद्र में किसानों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लाइव प्रसारण देखा
उक्त क्रम में वाराणसी जिले के मिर्जामुराद क्षेत्र के कृषि विज्ञान केंद्र, कल्लीपुर में किसानों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लाइव प्रसारण देखा। इस दौरान सेवापुरी विधायक नील रतन पटेल नीलू ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद आयोजन के दौरान संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या के अंतर्गत कल्लीपुर में संचालित कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में मंगलवार को कृषि विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किसानों ने प्रधानमंत्री के वर्चुअल संवाद कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया गया। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पी.एम.किसान सम्मान निधि की ग्यारहवीं किस्त जारी की गयी, जिसमें लगभग दस करोड किसानों के खाते में 21 हजार करोड़ से भी अधिक धनराशि डी.बी.टी. के माध्यम से सीधे किसानों के खाते में भेजी गयी। इसके पश्चात संगोष्ठी भी आयोजित हुयी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सेवापुरी विधानसभा के विधायक नीलरतन सिंह पटेल ‘नीलू’ ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में पिछले कुछ सालों में खेती-किसानी की व्यवस्था में अमूल- चूल परिवर्तन देखने को मिला है। वर्तमान सरकार ने हर खेत तक सिंचाई की व्यवस्था को सुदृढ़ कर खाद्यान्न में रेकार्ड तोड़ उत्पादन प्राप्त किया है। किसान सम्मान निधि मिलने से किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई हैं। जिसके फलस्वरूप खेती में विविधिकरण देखने के साथ ही आय दोगुनी हुयी है।
Discussion about this post