BNP NEWS DESK। Devdiwali in Varanasi देव दीपावली की तैयारियों में गंगा माई की अंगनाई दपदप प्रकाश से नहा उठी है। घाट किनारे के भवन रंग-बिरंगी झालरों की रोशनी से जगमग हो उठे हैं। विद्युत प्रकाश से सतरंगी छटा निखर उठी है। नाव-बजड़ों के रंग-रोगन का कार्य पूरा हो गया है और विद्युत झालरों से निखर उठे हैं।
सिर्फ एक दिन और शेष जब पथरीले घाट टिमटिमाते दीयों की शक्त में सितारों की बरात सहेजेंगे
कुछ घाटों पर निचले हिस्से में भले ही मिट्टी, सिल्ट की सफाई रह गई हो, लेकिन उनसे मुक्त हो चुके प्लेटफार्म-सीढ़ियों को चमका कर रंग-रोगन अंतिम दौर में है। सिर्फ एक दिन और शेष जब पथरीले घाट टिमटिमाते दीयों की शक्त में सितारों की बरात सहेजेंगे। इन पर परंपरा की नींव मजबूत दिखेगी तो उस पर आधुनिकता भी दपदप करती नजर आएगी।
थ्री-डी प्रोजेक्शन मैपिंग में काशी की धार्मिकता, इतिहास और गंगा अवतरण दिखाया जाएगा। गंगा की लहरों के साथ लेजर शो और लाइट मल्टीमीडिया शो के माध्यम से भगवान शिव के भजनों की प्रस्तुति होगी। चेत सिंह घाट पर 25 मिनट का शो शाम साढ़े पांच, सात, आठ और 8.45 बजे चलेगा।
नमो घाट पर दीप जलाकर महापर्व का शुभारंभ होगा। सांस्कृतिक आयोजन होंगे तो विश्वनाथ धाम के सामने गंगा पार आतिशबाजी पर्यटकों को लुभाएगी। लेजर शो के जरिए घाटों किनारे सदियों से खड़ी धर्म, अध्यात्म, संस्कृत और काशी के पौराणिक इतिहास की गवाह इमारतों पर सनातन की कहानी जीवंत होते दिखेगी। इसमें आनंद कानन, भगवान शिव का काशी आगमन, काशी में ऋषियों-मुनियों की कहानी, भगवान बुद्ध, जैन तीर्थंकर, सम्राट अशोक, तुलसीदास, कबीर, रानी अहिल्याबाई होलकर द्वारा मंदिरो और कुंडो का जीर्णोद्धार आदि पौराणिक कहानियां होंगी।
देव दीपावली का इतिहास, गंगा अवतरण भी दिखेगा। शिव भजनों के पांच-छह ट्रैक होंगे। पूरे शो का प्रोजेक्शन 24 लेज़र प्रोजेक्टर के माध्यम से होगा। लेजर और लाइट मल्टीमीडिया शो में संगीत की ध्वनि के साथ लेज़र और विद्युत संयोजन का एक ख़ास तालमेल देखने को मिलेगा।
झालरों की रोशनी से दीपों के रंग में रंगा नमो घाट
गंगा किनारे शहर का नया पर्यटन स्थल नमो घाट वैसे तो लोगों के लिए पिछले एक वर्ष से अधिक समय से पसंदीदा स्थल बना हुआ है। इसका 15 नवंबर को देव दीपावली को राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ लोकार्पण करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की विशेष उपस्थिति होगी। इसके लिए पूरे घाट को दीपों के रंग की रोशनी करने वाले झालरों से सजाया गया है। घाट को रंगबिरंगे झालरों से दूर रखा गया है। इस बार का थीम में केवल दीपों के रंग को प्राथमिकता दी गई है।
नमो घाट के साथ ही राजघाट पुल के गंगा में खंभों को भी झालरों से सजाया गया है। पुल के नीचे लगी पार लाइट अलग ही छटा बिखेर रही है। इसी प्रकार नमो घाट को चौकाघाट से होकर जाने वाले रास्ते को भी झालरों से सजाया जा रहा है। स्ट्रीट लाइट के खराब लाइटों को ठीक किया जा रहा है। साथ ही राजघाट और भैसासुर घाट को भी सजाया गया है। लोकार्पण समारोह के लिए नमो घाट फेज-टू पर मंच बनाया जा रहा है। उसके सामने 2000 लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां लग गई हैं। इस दौरान विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। उसके लिए भी तैयारी शुरू हो गई है। आयोजन के दौरान राजघाट से नमोघाट की तरफ जाने वाला रास्ता बंद रहेगा।
Discussion about this post