बीएनपी न्यूज डेस्क। 31 जनवरी, सोमवार को बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से होगी। राष्ट्रपति दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को सेंट्रल हॉल में सम्बोधित करेंगे राष्ट्रपति के अभिभाषण में आम तौर पर सरकार की उपलब्धियों और भावी योजनाओं का ब्योरा दिया जाता है। ऐसे में इस साल के अभिभाषण में भी मोदी सरकार अपनी भावी योजनाओं और उपलब्धियों का खाका दिखाई पड़ेगा। कहा जा रहा है कि इस बजट में सरकार किसानों के लिए बड़ी घोषणाएं कर सकती है। बजट सत्र का सबसे अहम पहलू 1 फरवरी को पेश होने वाला आम बजट होगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को लोकसभा में सुबह 11 बजे आम बजट पेश करने से जुड़ा अपना भाषण शुरू करेंगी. बजट की दिशा कैसी होगी, इसकी एक बानगी आर्थिक सर्वेक्षण में भी ज़रूरी दिखाई पड़ेगी। पांच राज्यों में जारी चुनावी घमासान के बीच पेश हो रहे बजट में कुछ बड़ी घोषणाओं की संभावना है. बजट में जहां आम वेतन भोगी टैक्स में छूट की उम्मीद लगाए बैठा है वहीं कोरोना महामारी से परेशान व्यापारी वर्ग को भी राहत की आस है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि किसानों को लेकर बजट में कोई महत्वपूर्ण घोषणा की जा सकती है।
92 साल बाद रेल बजट का विलय
बता दें कि अंतिम बार 25 फरवरी, 2016 को रेल बजट पुरानी परंपरा के तहत ही अलग से पेश किया गया था। तब सुरेश प्रभु रेल मंत्री थे। उसके बाद 2017 में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम बजट में ही रेलवे के लिए आवंटन का प्रस्ताव पेश किया था। इसके साथ ही अलग रेल बजट पेश करने की 92 साल पुरानी परंपरा खत्म हो गई थी। दरअसल, 2015 में नीति आयोग की एक कमेटी ने अलग से रेलवे बजट पेश करने को बंद करने की सिफारिश की थी। इसके बाद मोदी सरकार ने यह निर्णय ले लिया। बजट 2022 में रेलवे के लिए कई बड़ी घोषणाएं होने की संभावना है। इनमें मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट, वंदे भारत एक्सप्रेस का विस्तार और नए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर्स शामिल हैं। इसके साथ ही दिल्ली-हावड़ा रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने की घोषणा भी संभव है। इसके अलावा गोल्डन क्वाड्रीलेटरल रूट पर सेमी हाई स्पीड ट्रेन भी चलाने की घोषणा भी की जा सकती है। वहीं बजट में सरकार सभी ट्रेनों से पुराने आईसीएफ कोच को हटाकर नए एलएचबी कोच लगाने का एलान भी कर सकती है।
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