बीएनपी न्यूज डेस्क। Baghdad Parliament Protest इराक की राजधानी बगदाद में सैकड़ों प्रदर्शनकारी संसद में घुस आए। इस वजह से ऐसा लगने लगा कि यहां पर श्रीलंका जैसे हालात पैदा हो गए हैं। कुछ दिन पहले भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में आर्थिक मंदी के कारण पैदा हुए राजनीतिक अस्थिरता के कारण सड़कों पर आए लाखों प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन में घुसते देखा गया। कुछ ऐसा ही हाल अब इराक में होते दिख रहा है। जहां भ्रष्टाचार और कुशासन से परेशान जनता को संसद भवन में घुसते देखा गया है।
इस बीच इराक के प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदीमी ने प्रदर्शनकारियों संसद से वापस लौट जाने की अपील की है। दरअसल इराकी राजधानी में देश के प्रधानमंत्री पद के लिए मोहम्मद अल सुदानी के नामांकन को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
Baghdad Parliament Protest फिलहाल इस प्रदर्शन के दौरान किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि जिस वक्त प्रदर्शनकारी हाई सिक्योरिटी वाले ग्रीन जोन में दाखिल हुए उस वक्त इराकी संसद में कोई भी मौजूद नहीं था। बताया जा रहा है कि संसद भवन में सिर्फ सुरक्षा में तौनात सुरक्षाकर्मी ही थे, जिन्होंने प्रदर्शनकारियों को संसद भवन के अंदर जाने दिया।
स्थानीय समाचार एजेंसी शफाक के अनुसार बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने इराक की राजधानी बगदाद में संसद भवन में तोड़फोड़ की है। खबरों के मुताबिक लाखों की तादाद में बगदादी नागरिक भ्रष्टाचार और कुशासन का विरोध करते हुए संसद भवन में घुस गए, जहां उन्होंने काफी तोड़-फोड़ भी की है। हालांकि, अब प्रदर्शनकारी इराकी संसद में घुसने के बाद वहां से वापस हो रहे हैं।
क्यों हो रहा है प्रदर्शन
इराक लंबे समय से राजनीतिक और आर्थिक संकट में फंसा हुआ है। तेल समृद्ध देश होने और तेल की मांग अधिक होने के बाद भी इराक का आर्थिक संकट में फंसना हैरानी भरा लगता है. हालांकि, इसके पीछे के कई कारण हैं. इसमें से सबसे बड़ा कारण ये है कि देश में पिछले 9 महीने से किसी प्रधानमंत्री की नियुक्ति नहीं हुई है।
अभी तक मुस्तफा अल-कादिमी ही प्रधानमंत्री पद संभाले हुए हैं. दरअसल, अक्टूबर में इराक में चुनाव कराए गए। इसमें मुक्तदा अल-सद्र का गुट 329 सीटों वाली संसद में 73 सीटों के साथ सबसे बड़ा गुट बना. हालांकि, इसे फिर भी बहुमत हासिल नहीं हुआ और सरकार बनाने में असमर्थ रहा।
The Review
Baghdad Parliament Protest इराक में सैकड़ों प्रदर्शनकारी संसद में घुस आए। देश में पिछले 9 महीने से किसी प्रधानमंत्री की नियुक्ति नहीं हुई है।
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