BNP NEWS DESK। Congress politics राजस्थान में सियासी बवाल के बीच अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए अच्छी खबर नहीं आ रही है । बताया जा रहा है कि आलाकमान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके विधायकों को लेकर सख्त निर्णय लिया है। राजस्थान में जो सियासी बवाल मचा है ,उसके केंद्र में अशोक गहलोत को देखा जा रहा है। यही कारण है कि अब राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस से वह लगभग बाहर बताए जा रहे हैं। इसी बीच अब इस पूरे मामले में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता कमलनाथ की एंट्री हो गई। क्योंकि उन्हें इमरजेंसी में दिल्ली बुलाया गया है।
पिछले 24 घंटे से चल रहे सियासी ड्रामा के सबसे बड़े सूत्रधार कांग्रेस के होने वाले मुखिया अशोक गहलोत को माना जा रहा है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी की कमान अपने पास रखने के लिए उन्होंने अपने समर्थक विधायकों को खुली छूट दे दी कि वे हाईकमान को चुनौती दे दें। रविवार की देर रात में विधायकों ने न केवल केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मीटिंग का बहिष्कार किया बल्कि अपनी बात मनवाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के पास पहुंचकर 90 से अधिक विधायकों ने इस्तीफे की धमकी तक दे डाली। हालांकि, केंद्रीय पर्यवेक्षक अजय माकन व मल्लिकार्जुन खड़गे ने विधायक दल की मीटिंग कैंसिल करने के साथ ही दिल्ली दोनों धड़ों के नेताओं को तलब कर लिया। सोमवार को इन्होंने अपनी रिपोर्ट सोनिया गांधी को भी सौंप दी है।
सोनिया गांधी ने बुलाई दस जनपथ पर आपातकालीन बैठक
अशोक गहलोत के बाहर होने वाले मामले में अभी तक आलाकमान ने कोई बयान जारी नहीं किया है, लेकिन दिल्ली में दस जनपथ पर एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में अशोक गहलोत के अलावा चार अन्य नामों पर चर्चा चल रही है। बताया जा रहा है कि इन चार नामों में से किसी एक नाम पर राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर मुहर लग सकती है । अगर ऐसा होता है तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए बहुत बड़ा झटका होने वाला है।
इन चार नामों पर चल रही है चर्चा
दरअसल दोपहर बाद कांग्रेस के पर्यवेक्षक अजय माकन और मल्लिकार्जुन खरगे दिल्ली पहुंच गए और वे सीधे 10 जनपथ पहुंचे। वहां उन्होंने सोनिया गांधी के सामने तमाम घटनाक्रम रखा जो रविवार रात और आज सवेरे जयपुर में कांग्रेस नेताओं के साथ हुआ । इस पूरे घटनाक्रम के बाद दिल्ली में बवाल मचा हुआ है । बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी ने कुछ नेताओं को बैठक में बुलाया है। इस आपातकालीन बैठक में शामिल होने वाले केसी वेणुगोपाल,दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खरगे और मुकुल वासनिक समेत अन्य नेता हैं । इन चारों में से किसी एक नाम पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए मुहर लग सकती है। शशि थरूर पहले ही तैयारी कर रहे हैं ।
पूर्व सीएम कमलनाथ को भी दिल्ली बुलाया गया
अगर वह बहार हुए तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए यह बहुत बड़ी हार होने वाली है। इस बैठक में शामिल होने के लिए राजस्थान के सीनियर नेता रामेश्वर लाल डूडी और एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ को भी दिल्ली बुलाया गया है । इस बारे में फिलहाल चुनिंदा नेताओं को ही जानकारी दी गई है।
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राजस्थान में सियासी बवाल के बीच अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए अच्छी खबर नहीं आ रही है । बताया जा रहा है कि आलाकमान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके विधायकों को लेकर सख्त निर्णय लिया है।
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