बीएनपी न्यूज डेस्क। Varanasi Gyanvapi Complex तीन दिन के सर्वेक्षण में उम्मीद से कई गुना अधिक साक्ष्य मिले हैं जो ज्ञानवापी परिसर में आदि विश्वेश्वर का स्वयंभू ज्योतिर्लिंग मंदिर होने के दावे को मजबूती दे रहे हैं। जिस स्थान पर ज्योर्तिलिंग है उसी स्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण होगा। इसका माडल तैयार कर लिया गया है। इतिहास में उल्लेखित ढांचा अनुसार आठ मंडप भी बनेंगे।
ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण में हिंदू पक्षकार व विश्व वैदिक सनातन संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिसेन ने परेड कोठी स्थित शिवाय होटल में आयोजित प्रेसवार्ता में दावा किया कि परिसर के बाहरी हिस्से में मिला शिवलिंग आदि विश्वेश्वर महादेव का है। सर्वे में मिले महत्वपूर्ण साक्ष्य की रिपोर्ट 17 मई तक कोर्ट में प्रस्तुत की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सोमवार को ज्ञानवापी परिसर में मिले साक्ष्य हमारी और आपकी कल्पना से हजार गुना ज्यादा है। आस्थावान धैर्य और संयम से काम लें। कोर्ट का निर्णय पक्ष में ही आएगा। कहा कि काशी के बाद अब मथुरा और आक्रांताओं के अतिक्रमण को अन्य धार्मिक स्थलों से संवैधानिक तरीके से मुक्त कराया जाएगा। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का विस्तार जल्द होगा। हाईकोर्ट में जो केस पेंडिंग है उसकी अलग प्रवृत्ति है। हां, यह जरूर है कि सभी विषय एक हैं। सभी केस एक दूसरे को सपोर्ट करते हैं।
बेचैन सन्नाटे में गूंज उठा हर-हर महादेव
ज्ञानवापी परिसर में एडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही को लेकर सोमवार को सुबह छह से 10 बजे तक बाबा दरबार तक जाने वाले रास्ते बंद थे। गेट नंबर चार से दर्शनार्थियों व ज्ञानवापी मस्जिद तक जाने वालों को भी रोका जा रहा था। सिर्फ शव यात्रियों को ही मणिकर्णिका घाट द्वार तक जाने की अनुमति थी। इस दौरान पूरे इलाके में जगह-जगह हजारों लोग मौजूद थे लेकिन बेचैनी से भरा सन्नाटा छाया था लेकिन जैसे ही ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग मिलने की जानकारी बाहर आई हर-हर महादेव उद्घोष से सड़कें-गलियां गूंज उठीं।
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