BNP NEWS DESK। kanpur news वर्षा का असर बुधवार रात रेल संचालन पर पड़ा। लगातार बारिश से सेंट्रल स्टेशन के ट्रैक पर जलभराव से सिग्नल प्रभावित हुआ। इटावा और फफूंद के बीच भी सिग्नल में दिक्कत आई। इससे दिल्ली-हावड़ा रूट की ट्रेनों पर असर पड़ा। राजधानी, स्वतंत्रता सेनानी व गोमती एक्सप्रेस समेत लगभग दो दर्जन ट्रेनें रात 11:55 से गुरुवार सुबह 7:20 बजे तक क्रेन हैंडिल यानी मैनुअली संचालन कर निकाली गईं।
kanpur news बुधवार को देर रात तेज बारिश से सेंट्रल स्टेशन के सभी प्लेटफार्म के ट्रैक पर जलभराव हो गया। कैंट साइड लगाए गए पंप चलाकर पानी निकाला गया। तकनीकी कर्मियों ने काफी देर मशक्कत के बाद सिग्नल ठीक किया। तेज वर्षा के कारण कई जगह ओएचई ट्रिपिंग की आशंका को लेकर अतिरिक्त सजगता बरती गई। टाटानगर एक्सप्रेस, सीतापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस, सीमांचल एक्सप्रेस, अजमेर सुपरफास्ट एक्सप्रेस, नेताजी एक्सप्रेस, जोधपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस, जम्मूतवी एक्सप्रेस, सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस, पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस, नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस, उद्योगकर्मी एक्सप्रेस, दूरंतो एक्सप्रेस, कुशीनगर एक्सप्रेस आदि ट्रेनें भी देरी से सेंट्रल स्टेशन पहुंचीं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार कुछ जगह जलभराव से सिग्नल खराब भी हो गए, जिन्हें तत्काल ठीक कराया गया।
बादलों ने बख्शी राहत, झमाझम बरसात
लगभग दो सप्ताह तक चले प्रचंड तापलहर के बाद बादलों ने गुरुवार को राहत की सौगात दे दी। ठीक दोपहरी में गांव से लेकर
शहर तक झमाझम बरसात से मौसम सुहाना हो गया तो किसानों के चेहरे भी खिल उठे। हालांकि मौसम तो दो दिन पहले से ही बनने लगे था। बुधवार को ताप में कुछ कमी आ गई थी। पुरवा हवा के साथ बंगाल की खाड़ी की ओर से आने वाले बादलों ने तापमान में मामूली ही सही गिरावट की लेकिन आर्द्रता के बढ़ जाने के कारण उमस भरी गर्मी का सामना लोगों को करना पड़ा था। सुबह बादलों का घेरा-डेरा कसने लगा। दोपहर होते-होते इसका असर भी झमाझम बरसात के रूप दिखा।
प्री मानसूनी वर्षा आरंभ हो गई
मौसम विज्ञानियों का मानना है कि अब तापलहर के दिन खत्म हुए अब प्री मानसूनी वर्षा आरंभ हो गई है। गुरुवार को कहीं-कहीं गरज व चमक के साथ पड़े छींटे से इसकी शुरूआत हो गई है। कई स्थानों पर धूल भरी आंधी भी आ सकती है।
बंगाल की खाड़ी की ओर से बने मानसूनी बादलों का समूह अब इधर की ओर बढ़ने लगा है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में छोटे-छोटे टुकड़ों में पहुंच रहे बादल मौसम में धीरे-धीरे बदलाव लाएंगे। हालांकि बादलों के कारण आर्द्रता बढ़ेगी और उमस भरी गर्मी का सामना लगभग एक सप्ताह तक लोगों को करना पड़ सकता है। इस बीच में कहीं-कहीं आंधी व बूंदाबांदी तथा तेज छींटों के पड़ने की संभावना लगातार बनी रहेगी। मानसून के 25 से 27 के बीच में सक्रिय होने की संभावना जताई जा रही है।
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वर्षा का असर बुधवार रात रेल संचालन पर पड़ा। लगातार बारिश से सेंट्रल स्टेशन के ट्रैक पर जलभराव से सिग्नल प्रभावित हुआ।
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