BNP NEWS DESK | Sonam Wangchuk लद्दाख के हितों के संरक्षण के मुद्दे पर चार दिन से लेह की भीषण ठंड में खुले में अनशन कर रहे शिक्षाविद् सोनम वांगचुक ने देशवासियों से सहयोग मांगा है। वांगचुक ने इंटरनेट मीडिया पर रविवार को जारी वीडियो में कहा कि देशवासी 30 जनवरी को अपनी-अपनी जगह पर अनशन कर उनके अभियान को समर्थन दें।
AAP BHI JUD SAKTE HAIN @ClimateFast
Bahuton ne poochha hai kaise!
30th Jan is the last day of my 5 day fast.
Join me for 1 day fast from your own places and share on social media for solidarity
Those with leadership qualities could organise at safe public places from 9 am to 6pm pic.twitter.com/GyIXBDIxW5— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) January 28, 2023
Sonam Wangchuk संविधान के छठे शेड्यूल को प्रभावी बनाकर लद्दाख के हितों के संरक्षण, ग्लेशियरों के पिघलने से पर्यावरण को हो रहे खतरे की ओर ध्यान दिलाने के लिए वांगचुक 26 जनवरी से लेह में माइनस 20 डिग्री तापमान में अनशन कर रहे हैं। वह अपने हिमालयन इंस्टीट्यूट आफ अल्टरनेटिव कैंपस में खुले में हिमपात के बीच वाटर प्रूफ हैवी स्लीपिंग बैग, गर्म कपड़ों में अनशन कर रहे हैं।
उनके पास पुलिस ने भी सुरक्षा के लिए अपना टेंट लगाया है। रविवार को लद्दाख के पूर्व सांसद व अपेक्स बाडी के चेयरमैन थुप्स्तन छिवांग व अन्य कई प्रमुख लोग अनशन कर रहे सोनम वांगचुक से मिलने हिमालयन इंस्टीट्यूट आफ अल्टरनेटिव कैंपस में पहुंचे। वांगचुक का अनशन 30 जनवरी को संपन्न होगा।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख एक अंधेर नगरी बन गया है
इसी बीच पर्यावरण के साथ लद्दाख का राजनीतिक मुद्दा भी उठा रहे सोनम वांगचुक ने अनशन के दौरान प्रशासनिक अव्यवस्था होने का आरोप भी लगाया है। प्रशासन ने लेह में हिमालयन इंस्टीट्यूट आफ अल्टरनेटिव कैंपस में अनशन की जगह पर पुलिस बल की तैनाती की है। साथ ही लेह प्रशासन ने सोनम वांगचुक को सीआरपीसी की धारा 107 व उप धारा 117 के तहत बांड भरने के लिए कहा है। बांड में शर्त है कि वांगचुक एक महीना ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे शांति, कानून एवं व्यवस्था में खलल पड़े। यह बांड न भरने वाले वांगचुक ने इंटरनेट मीडिया पर लिखा है कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख एक अंधेर नगरी बन गया है।
लद्दाख के हितों को लेकर लेह में माइनस 20 डिग्री तापमान में अनशन पर हैं वांगचुक
सोनम वांगचुक ने लेह के खारदूंगला टाप में अठारह हजार फीट की ऊंचाई पर माइनस 40 डिग्री तापमान में 26 जनवरी से अनशन करने की घोषणा की थी। मगर प्रशासन ने खराब मौसम व सड़कें बंद होने का हवाला देते हुए उन्हें खारदूंगला जाने की इजाजत नहीं दी थी। उनकी खारदूंगला के निचले इलाके साउथ पुल्लु में अनशन करने की इजाजत देने की मांग भी सुरक्षा के उचित बंदोबस्त न होने का हवाला देकर नकार दी गई थी।
The Review
Sonam Wangchuk
Sonam Wangchuk लद्दाख के हितों के संरक्षण के मुद्दे पर चार दिन से लेह की भीषण ठंड में खुले में अनशन कर रहे शिक्षाविद् सोनम वांगचुक ने देशवासियों से सहयोग मांगा है।
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