BNP NEWS DESK। Vindhya Corridor अद्भुत, अलौकिक व अविस्मरणीय आस्था का गलियारा…। नए वर्ष से विंध्य कारिडोर का परिक्रमा पथ मां विंध्यवासिनी की महिमा का अहसास कराएगा। दरअसल, निर्माणाधीन विंध्य कारिडोर की कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम का दावा है कि मकर संक्रांति तक परिक्रमा पथ बनकर तैयार हो जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कारिडोर को कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम सपनों सरीखा बनाने में जुटा है। विंध्य कारिडोर के निर्माण प्रगति को लेकर प्रशासन भी सक्रिय है। मंडलायुक्त, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक का लगातार निरीक्षण का दौर जारी है।
मुख्यमंत्री खुद विंध्य कारिडोर के निर्माण कार्य की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। समय-समय पर मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने के बहाने विंध्य कारिडोर निर्माण की गतिविधि भी परखने विंध्याचल धाम चले आते हैं। यही नहीं, जिला प्रशासन से समय-समय पर निर्माण प्रगति की समीक्षा कर रिपोर्ट मांगा है।
मुख्यमंत्री याेगी का सख्त निर्देश है कि हर हाल में मार्च 2023 तक भव्य-दिव्य और शीघ्रता पूर्ण विंध्य कारिडोर का निर्माण कार्य पूरा किया जाए। समय और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। ऐसे में निर्माण कार्य गति पकड़ ली है। करीब 250 मजदूर लगातार तीन शिफ्ट में निर्माण कार्य में लगे हैं।
विंध्य कारिडोर निर्माण के लिए नामित राजकीय निर्माण निगम के सहायक अभियंता राजकुमार पांडेय ने बताया कि मकर संक्रांति तक परिक्रमा पथ बनकर तैयार हो जाएगा। इसके साथ ही पुरानी वीआइपी, न्यू वीआइपी, कोतवाली गली व पक्का घाट गली भी तैयार होगा। पत्थर लगने का काम चल रहा है। कुछ जगह जमीन की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में जमीन मिलते ही उस पर भी काम शुरू हो जाएगा। हालांकि निर्माण कार्य प्रगति पर है।
आकर्षक नक्काशी देख मंत्रमुग्ध हो उठेंगे श्रद्धालु
मुख्यमंत्री ने विंध्य कारिडाेर निर्माण में प्रयुक्त होने वाले पत्थर तराशने के लिए विंध्याचल में ही वर्कशाप लगाने का सुझाव दिया था, लेकिन यह संभव नहीं हो सका। बहरहाल, अहरौरा के गुलाबी पत्थर को राजस्थान भेज तराशकर मंगाया जा रहा है। गुलाबी पत्थर से विंध्य कारिडोर स्वर्णिम आभा बिखेरेगी ही, आकर्षक नक्काशी देख लोग मंत्रमुग्ध हो उठेंगे।
वैश्विक मंच पर नए कलेवर में जगमगाएगा विंध्यधाम
Vindhya Corridor विंध्य कारिडोर का निर्माण पूरा होने के बाद विंध्य क्षेत्र अतिसुंदर नजर आएगा, जो देश-विदेश के लोगों को आकर्षक व आनंद की अनुभूति कराएगा। विश्व पटल पर पहचान रखने वाला विंध्य क्षेत्र और चमकेगा। सीएम योगी की इच्छा के अनुरूप माडल व गौरव पथ के रूप में विंध्य कारिडोर विकसित होगा। कारिडोर निर्माण होने से विंध्यधाम वैश्विक मंच पर नए कलेवर में जगमगाएगा।
राजस्थान की कारीगरी से निखरने लगा विंध्य कारिडोर
विंध्याचल मंदिर पहुंचने के लिए कुल सात मार्ग, थाना कोतवाली, न्यू वीआइपी, पुरानी वीआइपी, पक्का घाट, जयपुरिया गली, पाठक जी की गली, भट्ट जी की गली हैं। इनमें से चार प्रमुख मार्ग हैं, थाना कोतवाली, न्यू वीआइपी, पुरानी वीआइपी, पक्का घाट गली। इन चारों मार्ग पर द्वार बनेगा। यात्री सुविधा भी होगी। साथ ही विंध्य कारिडोर से लगायत सभी भवन पर नक्काशीदार आकर्षक गुलाबी पत्थर लगाए जाएंगे, जो विंध्य कारिडोर की सुंदरता को चार चांद लगाएंगे।
प्रोजेक्ट मैनेजर हिरेन पटेल के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश है कि छह माह के अंदर विंध्य कारिडोर का निर्माण कार्य पूर्ण किया जाए। ऐसे में निर्माण कार्य प्रगति पर है। अब तक 30 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है और करीब 25 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। परिक्रमा पथ पर 130 पिलर बनान है। 110 पिलर बनकर तैयार है। परिक्रमा पथ का भव्य-दिव्य स्वरूप जल्द ही सामने होगा।
निर्माणाधीन काम और लागत
- विंध्य कारिडोर प्रोजेक्ट की लागत 331 करोड़
- पुरानी वीआइपी मार्ग का कायाकल्प : 1567 लाख
- दो मंजिला 50 फीट परिक्रमा पथ : 1941 लाख
- वीआइपी गली का कायाकल्प : 662 लाख
- पक्का घाट गली का कायाकल्प : 902 लाख
- कोतवाली रोड का कायाकल्प : 235 लाख
The Review
Vindhya Corridor
नए वर्ष से विंध्य कारिडोर का परिक्रमा पथ मां विंध्यवासिनी की महिमा का अहसास कराएगा। भव्य-दिव्य स्वरूप जल्द ही सामने होगा।
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