बीएनपी न्यूज डेस्क। Chief Minister of Uttar Pradesh, Yogi Adityanath in Jangambari Math उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत में अलग-अलग पंथ और समुदाय हैं, परन्तु ये विभाजन के लिए नहीं हैं। यह मंजिल तक पहुंचने के लिए अलग-अलग मार्ग हैं। लक्ष्य सबका एक ही है वसुधैव कुटुंबकम। जो हम सबको जोड़ने का कार्य करता है। हम सभी को सदैव धर्म के मार्ग पर चलकर उसका अनुसरण करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को दो दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान स्थानीय जंगमबाड़ी मठ में आयोजित वीर शैव सम्मेलन में श्री काशी पीठ के 87वें जगद्गुरु के रूप में डॉ मल्लिकार्जुन शिवाचार्य स्वामी के पट्टाभिषेक कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इस मठ के 100 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित शताब्दी समारोह में आने का अवसर मिला था और आज प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र के इस मठ में उन्हीं का प्रतिनिधि बन कर आए हैं। विशेष रूप से जोर देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम लोग महाभारत के अर्जुन की भांति हैं। जब कोई राष्ट्र सशक्त होता है तो वहां की धर्म भी सशक्त होता है। आज भारत मजबूती के साथ प्रधानमंत्री के नेतृत्व में “एक भारत, समर्थ भारत, सशक्त भारत” के रूप व संकल्प के साथ दुनिया में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत” अभियान के साथ सभी को जुड़ना होगा। वैश्विक मंच पर योग को मान्यता प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मिला है। 21 जून को पूरा विश्व अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है। उन्होंने कहा कि काशी के जंगमबाड़ी का यह मठ ज्ञान परंपरा से जुड़ा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी की पहचान बाबा विश्वनाथ से है। काशी में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बाबा विश्वनाथ का भव्य कॉरिडोर का निर्माण हुआ। अयोध्या में भी भव्य राम मंदिर बन रहा है। उन्होंने मल्लिकार्जुन शिवाचार्य स्वामी का पट्टाभिषेक अवसर पर उनका प्रदेशवासियों की ओर से स्वागत किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने मठ में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की।उन्होंने जंगमबाड़ी स्थित मठ में भगवान विश्वराध्य का विधि विधान से पूजन अर्चन भी किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मठ प्रशासन की ओर से प्रसाद व धार्मिक वस्तुएं भेंट की गईं। यहां पर पीठाधीश्वर जगद्गुरु शिवाचार्य डा0 चंद्रशेखर महास्वामी ने उनको स्मृति चिह्न प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने मठ में साधुओं से मुलाकात भी की। यहां पर मठ के देश भर से संत-महंत आए हैं।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र “दयालु”, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ0 नीलकंठ तिवारी, महापौर मृदुला जायसवाल, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सुशील सिंह सहित अन्य लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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