बीएनपी न्यूज डेस्क। रेलवे प्रशासन द्वारा चैत्र नवरात्र में दूर दराज से विंध्यधाम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पांच अतिरिक्त ट्रेनों के ठहराव के लिए आदेश जारी कर दिया। सभी ट्रेनें दो से 12 अप्रैल तक दो मिनट के लिए रूकेगी। साथ ही पूर्व में रूकने वाली 13 जोड़ी ट्रेनों का ठहराव अपने निर्धारित समय से होता रहेगा। इससे दूर प्रांतों से आने वाले यात्रियों को काफी हद तक सहूलियत होगी।
त्तर मध्य रेलवे प्रयागराज सीपीआरओ डा. शिवम शर्मा संग पीआरओ रागिनी ने बताया कि लोकमान्य तिलक (ट) -पाटलीपुत्र ट्रेन (12141/12142) के अलावा गुवाहाटी-लोकमान्य तिलक (ट) (15646), गुवाहाटी-लोकमान्य तिलक (ट) (15648) तथा भागलपुर से लोकमान्य तिलक (ट) (12335) ट्रेनों का ठहराव दो अप्रैल से होगा। इसके अलावा प्रतिदिन रूकने वाली बाम्बे जनता, क्षिप्रा एक्सप्रेस, चंबल-ग्वालियर, चंबल-आगरा, हावड़ा-चंबल व मथुरा-हावड़, महानंदा, मूरी, महानगरी, हावड़ा बाम्बे मेल, ताप्ती गंगा-छपरा, ताप्ती-भागलपुर, महाबोधि, दुर्ग, त्रिवेणी, गोंदिया, मगध एक्सप्रेस के साथ मेमो पैसेंजर समेत 13 जोड़ी ट्रेनों का ठहराव होता रहेगा।
विंध्याचल व शहर में बड़े वाहनों के आवागमन पर रोक
विंध्याचल में एक अप्रैल की रात से शुरू हो रहे चैत्र नवरात्र मेले को देखते हुए विंध्याचल व शहर में बड़े वाहनाें के आने जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जबकि छोटे वाहन व रोडवेज तथा निजी बसों का आना जाना होगा। प्रयागराज से आने वाले बड़े वाहनों को गैपुरा विजयपुर के रास्ते एनएच 135 की ओर मोड़ दिया जाएगा। वहीं मीरजापुर रीवां या सोनभद्र तथा चुनार से आने वाले वाहनों को नटवां के रास्ते भदोही या रीवा तथा वाराणसी की ओर भेजा जाएगा। गोपीगंज से आने वाले बड़े वाहनों को चील्ह तिराहे पर ही रोककर उन्हें औराई के रास्ते भदोही की ओर भेजा जाएगा। किसी तरह एक दो वाहन आ भी गए तो उसे मीरजापुर- वाराणसी या रीवां रोड पर भेज दिया जाएगा। नटवां तिराहे से किसी भी दशा में बड़े वाहन विंध्याचल की तरफ नहीं जा पाएंगे। यह रोक पूरे नवरात्र के दिनों तक रहेगा। उन्होंने बताया कि यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो इसके लिए यह प्रतिबंध लगाया गया है।
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