बीएनपी न्यूज डेस्क। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर सम्पूर्ण काशीवासी बनते है बाराती सब की न्यारी काशी जहा बाबा विश्वनाथ बनते हैं दूल्हा और महादेव के इसी रूप को देखने के लिये देश के कोने कोने से लोग पहुंचते है। बाबा दरबार में महाशिवरात्रि पर लाखों की संख्या में भक्त पहुंचे।
भक्तों से भरा हुआ था। टिकट संख्या से अधिक लोग शामिल हुए। भोर में 3.35 आम भक्तों के लिए दर्शन शुरू किया गया। इस बार दर्शन पूजन का रिकार्ड बना। पिछले वर्ष की भांति सभी भक्तों को झांकी दर्शन ही मिला। वाराणसी के सभी शिव मंदिरों में दिन भर भक्तों ने जलाभिषेक करते रहें और साथ ही शिव बारात भी निकली गई।
एक मार्च को महाशिवरात्रि पर बाबा की चल प्रतिमा का शिव-पार्वती विवाह विश्वनाथ मंदिर के महंत आवास पर लोकपरंपरानुसार किया गया। टेढ़ीनीम स्थित महंत आवास पर बाबा विश्वनाथ के रजत विग्रह का लोकाचार पूर्ण किया गया। मंगलवार महाशिवरात्रि के अवसर मंहत आवास पर सुबह ब्रह्म मुहूर्त में रजत प्रतिमाओं का विशेष पुजन के बाद सात बजे फलाहर का भोग लगा। दोपहर मे ठंडई के साथ फलाहरी व्यंजन का भोग लगाकर दोपहर दो बजे के बाद संजीव रत्न मिश्र ने प्रतिमाओं का राजसी श्रृंगार किया सायंकाल बाबा को फुलों का सेहरा लगाया गया। बाबा के विवाहोत्सव पर टेढ़ीनीम महंत-आवास पर “शिवांजलि” के तहत स्थानीय कलाकारों द्वारा भक्ति संगीत का कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
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