BNP NEWS DESK। coup in bangladesh बांग्लादेश में एक और तख्तापलट की अटकलें तेज हो गई हैं। देश में सैन्य शासन या फिर आपातकाल लागू हो सकता है। सेना, प्रशासन और छात्र संगठनों के बीच बढ़ते तनाव के चलते आशंका है कि आर्मी मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के खिलाफ कदम उठा सकती है। ढाका में बांग्लादेशी सेना की तैनाती ने तख्तापलट की अफवाहों को और हवा दी है।
coup in bangladesh रिपोर्टों से पता चलता है कि बांग्लादेशी सेना की सावर स्थित 9वीं डिवीजन की टुकड़ियां एकत्र हो रही हैं और उन्होंने चरणबद्ध तरीके से राजधानी में प्रवेश करना शुरू कर दिया है।
वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की बैठक
देश के प्रमुख मीडिया आउटलेट नार्थईस्ट न्यूज के अनुसार सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों का कहना है कि सेना खासतौर से ढाका में नियंत्रण मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
हालांकि, बढ़ती अटकलों को शांत करने की कोशिश में सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमान ने इन अफवाहों को खारिज करते हुए धैर्य रखने की अपील की। ढाका छावनी में देशभर से आए वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की बैठक हुई। इसे संबोधित करते हुए जनरल वाकर ने सेना के समर्पण, पेशेवर रवैये की सराहना की। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि गलत अफवाहों की वजह से ध्यान नहीं भटकना चाहिए।
जनरल वाकर ने बिगड़ती कानून व्यवस्था, अफवाहों और भड़काऊ बयानबाजी सहित प्रमुख चिंताओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश और उसके लोग सेना की सर्वोच्च प्राथमिकता बने हुए हैं। सेना प्रमुख ने सैनिकों से सतर्क रहने और उकसावे के आगे न झुकने की अपील की। coup in bangladesh
बता दें सेना छह महीने से अधिक समय से मजिस्ट्रेटी शक्तियों का इस्तेमाल कर रही है और नागरिक प्रशासन की मदद कर रही हैं।
सुरक्षा बलों ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को हटाने और यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हाल के महीनों में राजनीतिक दलों और छात्र संगठनों के बढ़ते विरोध के कारण तनाव बढ़ गया है, जिससे सैन्य हलकों में बेचैनी है।
शुक्रवार को जारी एक पूर्व-रिकार्डेड वीडियो में एक छात्र नेता ने सेना प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाए थे। एक अन्य प्रमुख छात्र कार्यकर्ता और नई नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) ने हाल ही में सेना के खिलाफ एक जन आंदोलन शुरू करने की धमकी दी थी। उधर, अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि अमेरिका को उम्मीद है कि बांग्लादेश मानवाधिकारों के नियमों का पालन करेगा और अपने नागरिकों के प्रति निष्पक्ष रहेगा।
एनसीपी और बीएनपी के टकराव में कई लोग जख्मी
बांग्लादेश के दो शीर्ष राजनीतिक दलों नेशनल सिटिजन्स पार्टी (एनसीपी) और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के बीच हुई हिंसक झड़प में कई लोग घायल हो गए। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हिंसा सोमवार रात को नोआखली जिले के जहाजमारा बाजार में हुई, जब दोनों पार्टियों ने उसी इलाके में रैलियां आयोजित कीं। एनसीपी ने दावा किया कि वरिष्ठ संयुक्त मुख्य समन्वयक अब्दुल हन्नान मसूद सहित उसके 50 से अधिक नेता बीएनपी कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए हमले में घायल हो गए। उधर, बीडीन्यूज 24 की रिपोर्ट के अनुसार, बीएनपी ने कहा कि झड़प के दौरान उसके 30 नेता घायल हो गए।
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