BNP NWS DESK़। PM Modis oath तीन दशक पुराने राजग के सहज (आर्गेनिक) गठबंधन की लगातार तीसरी बार जीत को ऐतिहासिक बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साफ किया कि ”न हम हारे थे, न हम हारे हैं।” राजग संसदीय दल का नेता चुने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि कल भी राजग की सरकार थी, आज भी राजग की सरकार और कल भी राजग की सरकार रहेगी।
प्रधानमंत्री ने सभी नेताओं को भरोसा दिया कि वे 24/7 उपलब्ध हैं
PM Modis oath राजग संसदीय दल की बैठक में सभी दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री के रूप में मोदी के कामों की प्रशंसा की और उनके नेतृत्व पर भरोसा जताया।
प्रधानमंत्री ने सभी नेताओं को भरोसा दिया कि वे 24/7 उपलब्ध हैं। शाम को प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया और राष्ट्रपति ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। रविवार शाम को प्रधानमंत्री मोदी के साथ नया मंत्रीमंडल शपथ ग्रहण करेगा। PM Modis oath
विपक्ष चुनाव के दौरान लगातार भाजपा पर संविधान बदलने का आरोप लगाता रहा
राजग संसदीय दल की बैठक के लिए पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले संविधान को माथे लगाकर उसके प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। गौरतलब है कि विपक्ष चुनाव के दौरान लगातार भाजपा पर संविधान बदलने का आरोप लगाता रहा। वैसे प्रधानमंत्री ने बार-बार स्पष्ट किया कि संविधान उनकी सरकार के लिए सबसे पवित्र ग्रंथ है और उसकी रक्षा के लिए वे प्रतिबद्ध हैं। PM Modis oath
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने यह भी साफ कर दिया कि भले ही लोकतंत्र के तकाजे के अनुरूप संख्या बल के साथ वे सरकार बनाने जा रहे हैं, लेकिन उनकी सरकार सर्वसमावेशी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार बनाने के लिए भले ही बहुमत जरूरी है, लेकिन सरकार चलाने के लिए सर्वमत बहुत जरूरी है।
उन्होंने चार जून के नतीजों के बाद विपक्ष के व्यवहार पर चुटकी भी ली
उन्होंने विपक्ष से भी राष्ट्रहित की नीयत से सदन में आने और बहस में हिस्सा लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ विपक्ष तो हो सकता है, लेकिन राष्ट्र के खिलाफ विपक्ष नहीं हो सकता और राष्ट्र में सभी 140 करोड़ देशवासी शामिल हैं। वैसे उन्होंने चार जून के नतीजों के बाद विपक्ष के व्यवहार पर चुटकी भी ली और कहा कि विपक्ष की ओर से लोकतंत्र का सम्मान देखने के लिए और इंतजार करना होगा। PM Modis oath
प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार आइएनडीआइए की तरह राजग सिर्फ सत्ता के लिए कुछ दलों का साथ आना नहीं है। बल्कि तीन दशक के दौरान इसके दलों का अटूट रिश्ता विश्वास के मजबूत धरातल पर खड़ा है।
राजग को सच्चे अर्थों में भारत की आत्मा का प्रतिबिंब बताते हुए उन्होंने कहा यह देश में सभी क्षेत्रों व वर्गों का भरोसा जीतने सफल रही है और इसी कारण 22 राज्यों में सरकार में है। यही नहीं, 10 आदिवासी बहुल राज्यों में सात राज्यों ने राजग की सरकार है और गोवा समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में सत्ता में है।
आगे भी 10 सालों तक केंद्र में राजग की सरकार रहने का दावा
उनके अनुसार तीन दशक पुराने राजग का 15 साल सत्ता में रहने को असामान्य घटना बताते हुए कहा कि यह जनता का उसके प्रति भरोसा को दर्शाता है। उन्होंने आगे भी 10 सालों तक केंद्र में राजग की सरकार रहने का दावा किया।
देश को सिर्फ और सिर्फ राजग पर भरोसा
प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार 2024 के चुनाव प्रचार के दौरान जमीनी स्तर पर भी राजग पूरी एकजुट दिखा और ”जहां कम, वहां हम” की भावना के साथ एक-दूसरे की मदद की। इसी कारण राजग को देश के सभी हिस्सों में मिली सफलता मिली। उन्होंने कहा कि ”2024 के जनादेश के साफ है कि देश को सिर्फ और सिर्फ राजग पर भरोसा है।”
आंध्रप्रदेश में गठबंधन के सूत्रधार रहे पवन कल्याण की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यह पवन नहीं आंधी है। तमिलनाडु में भले ही राजग की सीटें नहीं मिली है, लेकिन वोट शेयर के रूप में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करने में सफल रही। इसी तरह केरल से भी पहली बार सांसद चुनकर आया है। प्रधानमंत्री ने यह भी साफ कर दिया कि राजग के सभी दलों के सब प्रतिनिधि उनके लिए एक समान हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने चार जून के नतीजों को कांग्रेस की जीत और भाजपा की हार के रूप में पेश किये जाने पर भी चुटकी ली। प्रधानमंत्री ने कहा कि हर पैरामीटर पर 2024 के नतीजे राजग के महा विजय दिखाती है, लेकिन दो दिन तक ऐसा माहौल बनाया गया कि जैसे हम हार गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान जनता के साथ झूठे वायदे करने और भारतीय लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बदनाम करने की कोशिशों के लिए कांग्रेस और विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया।
चुनाव प्रक्रिया की ताकत ने इस सुनियोजित चाल को नाकाम कर दिया
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक सोची समझी साजिश के तहत चुनाव आयोग और ईवीएम पर संदेह खड़ा करने की कोशिश की गई और इसके लिए चुनाव के बीच में सुप्रीम कोर्ट ने तरह तरह की याचिका दाखिल की गई। लेकिन भारत की चुनाव प्रक्रिया की ताकत ने इस सुनियोजित चाल को नाकाम कर दिया।
इसी तरह से गरीबों को एक-एक लाख रुपये का लालच देने और चुनाव के बाद लोगों के कांग्रेस दफ्तरों के बाहर कतारों को लोकतंत्र और गरीबों का अपमान बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके लिए देश उन्हें माफ नहीं करेगा। उन्होंने चुनाव नतीजों से पहले विपक्ष की ओर से हिंसा की धमकियों पर भी चिंता जताई।
The Review
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तीन दशक पुराने राजग के सहज (आर्गेनिक) गठबंधन की लगातार तीसरी बार जीत को ऐतिहासिक बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साफ किया कि ''न हम हारे थे, न हम हारे हैं।''
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