BNP NEWS DESK। International Temple Convention विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री मिलिंद परांडे ने इंटरनेशनल टेंपल कंन्वेंशन एंड एक्सपो के तीसरे व अंतिम दिन सोमवार को अपने उद्बोधन में कहा कि मंदिरों में समाज द्वारा जा रहे चढ़ावे का धन समाज हित में लगे। मंदिर शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, सामाजिक समरसता, पर्यावरण जागरूकता व धर्म-संस्कार चेतना के केंद्र बनें। शास्त्र व शस्त्र शिक्षा से समाज को सुदृढ़ता प्रदान करें। सम्मेलन में जुटे विभिन्न संप्रदायों, पंथों के धार्मिक स्थलों के संचालकों, व्यवस्थापकों ने इस दिशा में विमर्श कर उद्देश्य की पुण्य कामना पर सहमति दी।
सम्मेलन के समापन सत्र के पूर्व ही कन्वेंशन के अध्यक्ष महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य प्रसाद मिनेश लाड व टेंपल कनेक्ट के संस्थापक गिरीश वी कुलकर्णी ने प्रेस वार्ता कर यहां निकले निष्कर्षों पर श्वेत पत्र जारी करने की घोषणा की।
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में चले सम्मेलन की सबसे बड़ी सफलता यह रही कि जैन, बौद्ध, सिख समेत हिंदू धर्म के लगभग सभी बड़े पंथों-संप्रदायों के धर्मगुरु, अनुयायी, मंदिरों के प्रबंधक-संचालक एक मंच पर आए और मंदिरों के आपसी जुड़ाव पर सहमति बनी। तय किया गया कि सभी मठ-मंदिरों, गुरुद्वारों, बौद्ध विहारों को मिलकर एक-दूसरे को साथ लेकर आगे बढ़ाने की योजना बने ताकि धर्म की व्यवस्था स्वयं में सशक्त हो और समाज में नवचेतना के उदय से धर्म की रक्षा करते हुए संस्कार, परस्पर सहयोग की भावना का विकास हो सके। इसके लिए मंदिरों, उपासना स्थलों को केंद्र बनाया जाए।
पहले दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा उद्घाटित अंतरराष्ट्रीय मंदिरों के सम्मेलन में 32 देशों के 796 प्रतिनिधि शामिल हुए। दूसरे देशों में स्थित मंदिरों के प्रतिनिधि भी आनलाइन माध्यम से जुड़े।
-धर्म रक्षा व समाज कल्याण के लिए सभी मंदिर एक मंच पर आएं, सबका एक संगठन बने।
-हिंदू मंदिरों का धन, हिंदू समाज को सशक्त, साक्षर व स्वस्थ बनाने के उपयोग हो।
-बड़े मंदिर, छोटे मंदिरों को गोद लेकर उन्हें जागृत व विकसित करें।
-आवश्यकता पड़ने पर मंदिर स्कूलों की सहायता करें, बच्चों की शिक्षा-प्रतियोगी परीक्षा में सहयोग करें।
-मंदिरों के व्यवस्थापन में आने वाली समस्याओं को आपस में साझा करें व हल निकालें।
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International Temple Convention
International Temple Convention विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री मिलिंद परांडे ने इंटरनेशनल टेंपल कंन्वेंशन एंड एक्सपो के तीसरे व अंतिम दिन सोमवार को अपने उद्बोधन में कहा
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