बीएनपी न्यूज डेस्क। वाराणसी में इंटीग्रेट रोड एक्सीडेंट डेटाबेस परियोजना उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश के क्रम में शुरू की गई है। इस परियोजना को जनपद वाराणसी में सफलतापूर्वक रोल आउट करने हेतु शासन के निर्देशानुसार जिला सूचना विज्ञान अधिकारी प्रसन्न पांडे, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा राजेश प्रसाद के निर्देशन में रोल आउट मैनेजर चन्द्रकांत तिवारी द्वारा सोमवार को जिला सूचना विज्ञान केंद्र एन०आई०सी० में समस्त सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्साधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गयाविभाग की योजना आने वाले समय में सभी सरकारी योजनाओं की सेवा को इससे जोड़ने की है, ताकि घायलों को प्राथमिक चिकित्सा देकर अस्पताल पहुंचाया जा सके। इस एप से फायदा यह होगा कि इससे आने वाले समय में दुर्घटना का पूरा डाटा एकत्र हो सकेगा। इसके साथ ही विभागों द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी भी इसमें देखी जा सकेगी।
आईआरएडी एप का मुख्य उद्देश्य
भारत सरकार के निर्देश के क्रम में शुरू की गई द्वारा सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और उसका विवरण जुटाने के लिये सड़क दुर्घटना संबंधित सूचनाओं को ऐप में फीड कराना भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे आने वाले समय मे सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सकेगा और घायलों की जान भी बचाई जा सकेगी साथ ही जिन स्थानों पर दुर्घटनाएं हो रही है वहां पुलिस, यातायात विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचते हैं और वहां देखा जाता है कि दुर्घटना का कारण क्या रहा, उसमें क्या कमी है। वाहन ड्राइवर की क्या लापरवाही या अन्य कारण उत्तरदायी है। इसके बाद पूरा डाटा तैयार होता है और फिर उसे iRAD APP पर अपडेट किया जाता है। इसी आधार पर ब्लैक स्पॉट वह खतरनाक स्पॉट तय किए जाते हैं और उन्हें ठीक करने की तैयारी शुरू की जाती है।
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