BNP NEWS DESK। Swami Avimukteshwarananda Saraswati ने कहा है कि ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य पद पर उनके चयन में कोई विवाद नहीं है। उनका चयन निर्विवादित है। ज्योतिष पीठ का शंकराचार्य घोषित होने के बाद स्वामी अविमुक्तेशरानन्द पहली बार शनिवार को यहां केदारघाट स्थित श्रीविद्या मठ में आए थे।
उन्होंने मठ में पत्रकारों से अनौपचारिक वार्ता में कहा कि कुछ लोगों का कार्य है किसी भी कार्य में विवाद उत्पन्न करना। कुछ लोग कुछ भी कहते रहते हैं। उनके कहने से कुछ नहीं होता। हमारे देश में विरोध की परिपाटी है। विरोध करना लोगों का हक है।
Swami Avimukteshwarananda Saraswati भारत के राष्ट्रपति का जब चुनाव होता है तो लाखों वोट उसके विरोध में पड़ता है। विरोध मत पड़ने के बाद भी वह राष्ट्रपति मान लिया जाता है। विरोध कुछ लोगों के कहने का कोई मतलब नहीं होता है । जो बहुसंख्य कहते हैं , वही माना जाता है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। हमारे अधिवक्ता को जो कुछ कहना है वे कोर्ट में कहेंगे।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत किया
केदारघाट स्थिति श्रीविद्या मठ में पहली बार आगमन पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत किया गया। वे सोनारपुरा चौराहे से खुले पालकी में सवार होकर गलियों के रास्ते आगे बढ़ें । उनके आगे एक दल डमरू व दूसरा दल शहनाई वादन करते चल रहा था।
उन्होंने चिन्तामणि गणेश मन्दिर में भगवान गणेश की आरती व पूजन किया। तत्पश्चात ज्योतिर्मठ मुख्यद्वार पर श्रीविद्यामठ में भक्तों द्वारा स्वागत व अभिनंद किया गया।श्रीविद्यामठ मे वैदिक विद्वानों व भक्तों ने उनका अभिनंदन,वंदन,आरती व चरणपादुका पूजन किया।
108 भोग समर्पित किया
आध्यात्मिक उत्थान मंडल की महिलाओं ने छप्पन भोग लगाने के संकल्प के अनुसार 108 भोग समर्पित किया।उसके बाद उपस्थित भक्त समुदाय को स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द ने अपना आशीर्वचन प्रदान किया। इस दौरान विद्वत न्यास परिषद के पं श्रीप्रकाश मिश्र , राजेन्द्र तिवारी , साध्वी ,साध्वी शारदम्बा , प्रकाश उपाध्याय,रवि त्रिवेदी , मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र योगी , जयन्तु शास्त्री,रमेशउपाध्याय,यतींद्र चतुर्वेदी,सुनील शुक्ला, हरिनाथ दुबे, सुनील उपाध्याय, डॉ अभय शंकर तिवारी, अमित तिवारी, सदानंद तिवारी, किशन जायसवाल, प्रभात वर्मा आदि उपस्थित थे।
आज करेंगे गंगा पूजन
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती केदारघाट पर सायंकाल चार बजे माँ गंगा की महापूजा,महाआरती कर माँ गंगा को छप्पन भोग का महाप्रसाद समर्पित करेंगे।
The Review
Swami Avimukteshwarananda Saraswati
Swami Avimukteshwarananda Saraswati ने कहा है कि ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य पद पर उनके चयन में कोई विवाद नहीं है।
Discussion about this post