बीएनपी न्यूज डेस्क। sri lanka crisis श्रीलंका के हालात हर रोज बिगड़ते जा रहे हैं। राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के बुधवार, 13 जून को मालदीव भाग जाने से श्रीलंका की जनता और भड़क गई है। युवाओं का कहना है कि वे यह सोच रहे थे कि राष्ट्रपति 13 जून को अपना इस्तीफा देकर दूसरे राजनीतिक पक्षों के साथ मिलकर इस संकट का हल निकालने की कोशिश करेंगे। मगर वे देश छोड़कर भाग गए। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे मालदीव से सऊदी एयरलाइंस रवाना हो चुके हैं।
यही नहीं, दावा किया जा रहा है कि कुछ युवाओं ने सुरक्षाकर्मियों के कैंप पर धावा बोलकर वहां से गोला-बारूद और आंसू गैस के गोले हथिया लिए हैं। कुछ युवाओं की तस्वीर सामने आई है, जिसमें वे प्रमुख सरकारी कार्यालयों पर आंसू गैस के गोले छोड़ रहे हैं, तो कुछ युवा सुरक्षाकर्मियों से उलझ रहे हैं।
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे मालदीव से सऊदी एयरलाइंस रवाना हो चुके हैं। वह पहले सिंगापुर जाएंगे और उसके बाद जेद्दा पहुंचेंगे। समाचार एजेंसी ने मालदीव सरकार के अधिकारियों का हवाला देते हुए यह जानकारी दी है। राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे श्रीलंका छोड़ने के बाद अब मालदीव से सिंगापुर के लिए रवाना हो गए हैं। उन्होंने अभी तक राष्ट्रपति पद से इस्तीफा नहीं दिया है। उनके जाने के बाद श्रीलंका में भारी हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला। इसके बाद आपातकाल लगाने का एलान किया गया। ऐसा माना जा रहा है कि सिंगापुर पहुंचने के बाद गोटाबाया राजपक्षे राष्ट्रपति पद से इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं।
श्रीलंका में कल से हो रहे विरोध प्रदर्शन में कम से कम 84 लोग घायल
sri lanka crisis श्रीलंका में बुधवार को हुए भारी विरोध प्रदर्शन की वजह से कम से कम 84 लोग घायल हुए हैं। श्रीलंका अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, कल पीएम आवास पर घुसने के दौरान करीब 42 लोग घायल हुए, जबकि संसद के नजदीक रातभर चले प्रदर्शन में 42 घायल हुए हैं. घायलों में 79 पुरूष जबकि 5 महिलाएं हैं. इनमें एक आर्मी ऑफिसर, 2 पुलिस ऑफिसर और दो पत्रकार भी शामिल हैं।
श्रीलंका में युवाओं ने अब स्पीकर को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। कुछ युवाओं ने संसद के निकट स्पीकर के बंगले पर धावा बोलकर कब्जा करने की कोशिश की है। हालांकि, सुरक्षाकर्मी कमान संभाले हुए हैं। युवाओं को काबू में करने के लिए सुरक्षाकर्मी हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। वे उन्हें बातों से समझाकर मना रहे हैं। कुछ जगहों पर उग्र हुए प्रदर्शन को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े जा रहे हैं। वहीं, स्विस गर्वनमेंट ने अपने नागरिकों के लिए बुधवार देर शाम एडवायजरी जारी की। इसमें अपने नागरिकों को श्रीलंका के राजनीतिक हालात को देखते हुए इस देश की यात्रा नहीं करने की सलाह दी गई है।
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