BNP NEWS DESK। Ramlala नव्य और दिव्य मंदिर में 22 जनवरी को विराजमान होने के बाद रामलला की यह पहली होली होगी। इसे भव्य बनाने की पूरी तैयारी है। यद्यपि अभी यह तय नहीं हो सका है कि राम मंदिर में होली कब मनाई जाएगी। इस संदर्भ में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट प्रधान अर्चक आचार्य सत्येंद्रदास से मंत्रणा कर रहा है।
मंदिर में होली संबंधी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। रामलला को नित्य नई पोशाक धारण कराई जाती है। यदि सोमवार को होली मनाई गई, तो श्वेत पोशाक और यदि मंगलवार को होली मनाई गई, तो रामलला को धारण कराए जाने के लिए लाल पोशाक तैयार है। इसके अलावा उनको प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन पहनाए गए आभूषण धारण कराए जाएंगे। रामलला विराजमान के साथ प्रतिष्ठित अन्य भाइयों के लिए भी नए वस्त्र ओर आभूषण तैयार हैं।
शृंगार आरती से पूर्व गुलाल अर्पण के साथ होगा होली का आरंभ
रामलला के प्रधान अर्चक सत्येंद्रदास ने बताया कि सुबह शृंगार आरती से पूर्व रामलला को गुलाल अर्पित कर होली का आरंभ किया जाएगा। उनके लिए एनबीआरआइ लखनऊ ने कचनार के फूलों तथा गोरखनाथ पीठ में चढ़ाए गए फूलों से गुलाल बनाया है।
परंपरानुसार रामलला के कपोल, हथेली के ऊपरी हिस्से और चरणों पर गुलाल लगाया जाएगा। इसके बाद मध्याह्न राजभोग और संगीत संध्या के साथ होली का उत्सव परिभाषित होगा, किंतु मर्यादा के अनुरूप रामलला को पुन: रंग नहीं लगाया जाएगा। राजभोग के लिए दो क्विंटल गुझिया सहित रसगुल्ला, दाल, चावल, पूड़ी, सब्जी, खीर आदि व्यंजन बनाए जाने की तैयारी है।
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नव्य और दिव्य मंदिर में 22 जनवरी को विराजमान होने के बाद रामलला की यह पहली होली होगी। इसे भव्य बनाने की पूरी तैयारी है।
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