बीएनपी न्यूज डेस्क। Rajnath Singh, Defense Minister, ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर तेज होते विरोध प्रदर्शनों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को योजना का बचाव करते हुए कहा कि इसे पूर्व सैनिकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद लागू किया गया है। सिंह ने कहा कि योजना के संबंध में राजनीतिक कारणों से ‘भ्रम’ फैलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह योजना सैनिकों की भर्ती प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। उन्होंने कहा कि योजना के तहत भर्ती कर्मियों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
सिंह ने एक मीडिया समूह द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में कहा, ‘यह योजना सशस्त्र बलों की भर्ती प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव लेकर आएगी। कुछ लोग इसके बारे में गलतफहमी फैला रहे हैं। हो सकता है कि लोगों में कुछ भ्रम हो, क्योंकि यह एक नयी योजना है।’
रक्षा मंत्री ने कहा कि इस योजना को पूर्व सैनिकों के साथ लगभग दो साल तक विचार-विमर्श करने के बाद लागू किया गया है और इस संबंध में आम सहमति के आधार पर निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि लोगों में देश के लिए अनुशासन और गर्व की भावना हो।’
रक्षा मंत्री ने किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बिना कहा कि ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ कुछ विरोध प्रदर्शनों के राजनीतिक कारण हो सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘राजनीति करने के लिए और भी बहुत सारे मुद्दे हैं। लेकिन हम चाहे विपक्ष में रहें या फिर सत्ता में में, जो भी राजनीति करते हैं, वह देश के लिए होती है।’
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘क्या हमें देश के जवानों का मनोबल गिराना चाहिए? यह सही नहीं है।’
अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए अनुबंध के आधार पर जवानों की भर्ती की जाएगी, जिसके बाद उनमें से 75 प्रतिशत को पेंशन के बिना अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जाएगी। शेष 25 प्रतिशत को नियमित सेवा के लिए बरकरार रखा जाएगा। इन जवानों का चयन उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा।
देश की तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए लाई गई ‘अग्निपथ स्कीम’ के विरोध के बीच रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कई बड़े ऐलान किए। रक्षा मंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जो आपेक्षित पात्रता मानदंड को पूरा करेंगे उन ‘अग्निवीरों’ के लिए रक्षा मंत्रालय में 10 फीसदी रिक्तियों को आरक्षित किया जाएगा। सरकार ने यह भी साफ किया है कि यह कोटा पूर्व सैनिकों को मिलने वाले कोटे से अलग होगा। वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कहा, मैं युवाओं से अपील करता हूं कि हिंसा सही तरीका नहीं है। सरकार आपकी चिंताओं को गंभीरता से सुन रही है। युवा मामले और खेल मंत्रालय भी 4 साल की सेवा के बाद उनके लिए कुछ करने पर विचार कर रहा है। वहीं नागर विमानन मंत्रालय ने भी कहा कि वह अपनी विभिन्न सेवाओं में अत्यधिक कुशल, अनुशासित और प्रेरित ‘अग्निवीर’ को शामिल करने के लिए तत्पर है।
देश की तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए लाई गई ‘अग्निपथ स्कीम’ के विरोध के बीच रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कई बड़े ऐलान किए। रक्षा मंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जो आपेक्षित पात्रता मानदंड को पूरा करेंगे उन ‘अग्निवीरों’ के लिए रक्षा मंत्रालय में 10 फीसदी रिक्तियों को आरक्षित किया जाएगा। सरकार ने यह भी साफ किया है कि यह कोटा पूर्व सैनिकों को मिलने वाले कोटे से अलग होगा। वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कहा, मैं युवाओं से अपील करता हूं कि हिंसा सही तरीका नहीं है। सरकार आपकी चिंताओं को गंभीरता से सुन रही है। युवा मामले और खेल मंत्रालय भी 4 साल की सेवा के बाद उनके लिए कुछ करने पर विचार कर रहा है। वहीं नागर विमानन मंत्रालय ने भी कहा कि वह अपनी विभिन्न सेवाओं में अत्यधिक कुशल, अनुशासित और प्रेरित ‘अग्निवीर’ को शामिल करने के लिए तत्पर है।
रक्षा मंत्रालय की नौकरी में 10 फीसदी का कोटा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आवश्यक पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए रक्षा मंत्रालय में नौकरी की 10 फीसदी रिक्तियों को आरक्षित करने के प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इन प्रावधानों को लागू करने के लिए प्रासंगिक भर्ती नियमों में जरूरी संशोधन किए जाएंगे। इसके अलावा रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों को सलाह दी जाएगी कि वे अपने संबंधित भर्ती नियमों में भी समान संशोधन करें।
खेल मंत्रालय देगा फिजिकल एजुकेशन टीचर की ट्रेनिंग
इस बीच खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने ऐलान किया कि चार साल की सेवा पूरी करने के बाद अग्निवीरों के लिए खेल मंत्रालय भी सही मौके देगा। उन्होंने कहाकि जो लोग फिजिकल एजुकेशन टीचर बनना चाहेंगे उनके लिए सरकार क्रैश कोर्स और ट्रेनिंग मुहैया कराएगी। अनुराग ठाकुर के मुताबिक विभिन्न राज्यों में फिलहाल 15 लाख फिजिकल एजुकेशन टीचर्स के पद खाली पड़े हैं। इसलिए हम इस दिशा में भी विचार कर रहे हैं।
नागर विमानन मंत्रालय का यह ऐलान
वहीं नागर विमानन मंत्रालय ने चार साल की नौकरी पूरी कर चुके अग्निवीरों के लिए खास ऐलान किया है। इसके मुताबिक इन्हें एयर ट्रैफिक सर्विसेज और एयरक्राफ्ट टेक्नीशियन सर्विसेज में मौका दिया जाएगा। साथ ही एयरक्राफ्ट के मेंटेनेंस, रिपेयरिंग और ओवरहॉलिंग से जुड़ी जिम्मेदारी भी यह संभाल सकेंगे। इसके अलावा मीट्रियोलॉजिकल और एयर एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेटर सर्विसेज, फ्लाइट सेफ्टी, प्रशासनिक, फाइनेंस, आईटी एंड कम्यूनिकेशन स्टाफ और मिनिस्ट्री के मैनेजमेंट विंग्स में लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन की जिम्मेदारी दी जाएगी।
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