बीएनपी न्यूज डेस्क। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जीत दिलाने वाले पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली जिसके साक्षी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केंद्रीय मंत्री और अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री बने।
देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित एक भव्य समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने 46 वर्षीय धामी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
धामी के साथ आठ अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली जिसमें से पांच—सतपाल महाराज, गणेश जोशी, धनसिंह रावत, सुबोध उनियाल और रेखा आर्य भाजपा नीत पूर्ववर्ती सरकारों का भी हिस्सा रहे हैं।
धामी मंत्रिमंडल में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल सहित तीन नए चेहरों को भी जगह दी गयी है। मंत्रिमंडल में स्थान पाने वाले दो अन्य नए चेहरे सौरभ बहुगुणा और चंदन रामदास हैं। सौरभ पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के पुत्र हैं।
उत्तराखंड की 70 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए 10 मार्च को घोषित परिणाम में भाजपा ने 47 सीटों पर जीत हासिल कर दो-तिहाई से अधिक बहुमत के साथ प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्तासीन होने का इतिहास रचा है।
हालांकि, ‘उत्तराखंड फिर मांगे, मोदी-धामी की सरकार’ नारे के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने वाली भाजपा की अगुवाई करने वाले धामी स्वयं अपनी परंपरागत सीट खटीमा से हार गए हैं। इसके बावजूद पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व ने राज्य में सत्ताय की बागडोर उन्हें थमा कर अपना भरोसा जताया है।
प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्तासीन हुई भाजपा के साथ ही धामी ने भी लगातार दूसरे कार्यकाल की बागडोर संभाल कर इतिहास रचा है। प्रदेश के गठन के दो दशक से भी अधिक समय में पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी मुख्यमंत्री ने लगातार दूसरी बार पद की शपथ ली है।
इससे पहले, भाजपा के मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) भुवन चंद्र खंडूरी ने भी दो बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी लेकिन उनके दो कार्यकालों के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखिरियाल निशंक मुख्यमंत्री रहे थे।
देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित एक भव्य समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने 46 वर्षीय धामी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
धामी के साथ आठ अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली जिसमें से पांच—सतपाल महाराज, गणेश जोशी, धनसिंह रावत, सुबोध उनियाल और रेखा आर्य भाजपा नीत पूर्ववर्ती सरकारों का भी हिस्सा रहे हैं।
धामी मंत्रिमंडल में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल सहित तीन नए चेहरों को भी जगह दी गयी है। मंत्रिमंडल में स्थान पाने वाले दो अन्य नए चेहरे सौरभ बहुगुणा और चंदन रामदास हैं। सौरभ पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के पुत्र हैं।
उत्तराखंड की 70 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए 10 मार्च को घोषित परिणाम में भाजपा ने 47 सीटों पर जीत हासिल कर दो-तिहाई से अधिक बहुमत के साथ प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्तासीन होने का इतिहास रचा है।
हालांकि, ‘उत्तराखंड फिर मांगे, मोदी-धामी की सरकार’ नारे के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने वाली भाजपा की अगुवाई करने वाले धामी स्वयं अपनी परंपरागत सीट खटीमा से हार गए हैं। इसके बावजूद पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व ने राज्य में सत्ताय की बागडोर उन्हें थमा कर अपना भरोसा जताया है।
प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्तासीन हुई भाजपा के साथ ही धामी ने भी लगातार दूसरे कार्यकाल की बागडोर संभाल कर इतिहास रचा है। प्रदेश के गठन के दो दशक से भी अधिक समय में पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी मुख्यमंत्री ने लगातार दूसरी बार पद की शपथ ली है।
इससे पहले, भाजपा के मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) भुवन चंद्र खंडूरी ने भी दो बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी लेकिन उनके दो कार्यकालों के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखिरियाल निशंक मुख्यमंत्री रहे थे।
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