बीएनपी न्यूज डेस्क। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आवाह्न पर भारतवर्ष में मनाए जा रहे नदी उत्सव के तहत नमामि गंगे ने दशाश्वमेध से राजघाट तक जल संरक्षण व स्वच्छता के लिए सभी को जागरूक किया । इस दौरान गंदगी मुक्त गंगा का आवाह्न करते हुए राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर नमामि गंगे के सदस्यों ने स्वच्छ गंगा निर्मल गंगा, भारत माता की जय, वंदे मातरम् , नदी उत्सव हमारा उत्सव , ऐ वतन मेरे वतन जैसे गगनभेदी उद्घोष किए । कपड़े का झोला लेकर पॉलिथीन मुक्त गंगा घाट के लिए अपील की गई । विदित हो कि देश के स्वतंत्र होने की 75वीं वर्षगांठ को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तौर पर मनाया जा रहा है। इसी क्रम में पीएम मोदी के नदी उत्सव मनाने के आवाह्न को देखते हुए जल शक्ति मंत्रालय राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन द्वारा नदी उत्सव मनाया जा रहा है । ‘नदी उत्सव’ का मकसद लोगों की गंगा और घाटों की स्वच्छता के प्रति भागीदारी सुनिश्चित करना है। नाव द्वारा दशाश्वमेध से राजघाट तक निकाली गई स्वच्छता तिरंगा यात्रा के दौरान नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि मां गंगा काशी ही नहीं बल्कि भारत का गौरव हैं । हमें माता की तरह हितकारिणी नदियों पर गर्व कर उन्हें स्वच्छ रखने की ओर आगे बढ़ना है । भारतीय सनातनी संस्कृति की संवाहिका मां गंगा स्वच्छ रहें और हम सभी स्वस्थ रहें हमें इस अवधारणा पर कार्य करना है । नदियों को पॉलिथीन रूपी जहर से बचाना है । तिरंगा यात्रा के दौरान नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर सहसंयोजक शिवम अग्रहरि , महानगर सहसंयोजक रामप्रकाश जायसवाल , राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से अथर्वराज पांडेय, सारिका गुप्ता, सत्यम जायसवाल, रश्मि साहू , नितिन राय, रंजीता गुप्ता, सोनू, कीर्तन बरनवाल, रेनू जायसवाल, हर्षा नाथानी, प्रियंका गुप्ता, रेखा विश्वकर्मा, पूजा मौर्या, रेखा चौरसिया, ओम तिवारी, शुभम जोशी आदि उपस्थित रहे ।
भारत की नदियों का महोत्सव के तहत नमामि गंगे ने की गंगा किनारे की सफाई
आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत 17 दिसंबर से 24 दिसंबर तक आयोजित ” भारत की नदियों का महोत्सव” के तहत शुक्रवार को नमामि गंगे के सदस्यों ने मीर घाट से दशाश्वमेध घाट तक स्वच्छता अभियान चलाया । मीर घाट से त्रिपुराभैरवी , मान मंदिर , राजेंद्र प्रसाद और दशाश्वमेध घाट तक गंगा किनारे पड़े पॉलिथीन, कूड़े कचरे इत्यादि को समेट कर कूड़ेदान तक पहुंचाया । ध्वनि विस्तारक यंत्र से स्वच्छता को संस्कार के रूप में शामिल करने का आवाह्न किया गया । काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि गंगा देश की प्राकृतिक संपदा व जन-जन की भावनात्मक आस्था का आधार है । सामाजिक, साहित्यिक , सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से मां गंगा अत्यंत महत्वपूर्ण हैं । मन की बात में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा किए गए आवाह्न के तहत प्रत्येक नागरिक इस नदी उत्सव में जरूर सहभागिता करें।
Discussion about this post