BNP news desk । olympic ceremony फ्रांस में ओलिंपिक सामारोह शुरू होने से कुछ घंटे पहले शुक्रवार सुबह उपद्रवियों ने देश के सबसे व्यस्त टीजीवी हाई स्पीड ट्रेन नेटवर्क पर बड़ा हमला बोला।
हमले से नेटवर्क लाइन पंगु हो गया
olympic ceremony हमले से नेटवर्क लाइन पंगु हो गया और फ्रांस और यूरोप के बाकी हिस्सों से पेरिस की यात्रा बाधित हो गई। उपद्रवियों ने पेरिस को उत्तर में लिली, पश्चिम में बोर्डो और पूर्व में स्ट्रासबर्ग जैसे शहरों से जोड़ने वाली लाइनों पर सिग्नल बाक्स को क्षतिग्रस्त कर दिया।
हमले की अबतक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है
नुकसान पहुंचाने के लिए विस्फोटकों का प्रयोग किया गया। हमले की अबतक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। olympic ceremony
बड़ी संख्या में ट्रेनें रद
शुरुआती संदेह वामपंथी उग्रवादियों या पर्यावरण कार्यकर्ताओं पर था, लेकिन इसके कोई सुबूत नहीं मिले हैं। बड़ी संख्या में ट्रेनें रद करनी पड़ी हैं। मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है और हजारों कर्मचारियों को लगाया गया है। क्षति अधिक होने की वजह से इसे पूरी तरह ठीक होने में दो तीन दिन लगने की संभावना है।
लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा
सरकार के स्वामित्व वाले रेल आपरेटर एसएनसीएफ ने कहा कि इस घटना से करीब 800,000 लोग प्रभावित हुए हैं। बड़ी संख्या में लोग स्टेशनों पर फंसे हैं। इनमें दो जर्मन एथलीट भी शामिल थे, जो उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए पेरिस जाने वाली ट्रेन में सवार थे।
लेकिन अब वे समारोह में भाग नहीं ले पाएंगे। स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। बार-बार लोग ट्रेन संबंधी जानकारी लेते नजर आए।
सभी की निगाहें संदेश बोर्डों पर थीं, क्योंकि उत्तरी फ्रांस, बेल्जियम और ब्रिटेन की अधिकांश सेवाओं में देरी हो रही थी। हालात को देखते हुए लोगों से अपील की गई कि वह अपनी यात्रा रद कर दें।
प्रधानमंत्री गेब्रियल अटल ने सभी से सतर्क रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह हमला पूरी साजिश के साथ किया गया है। प्रमुख केंद्रों को निशाना बनाना यह दर्शाता है कि हमलावर के पास रेल नेटवर्क की पूरी जानकारी थी। उसे पता था कि हमला कहां करना है।
रणनीतिक रूप से उत्तर, पूर्व और पश्चिम से पेरिस की ओर जाने वाले मुख्य मार्गों को निशाना बनाया गया। तोड़फोड़ और आगजनी का स्पष्ट उद्देश्य हाई स्पीड ट्रेन नेटवर्क को अवरुद्ध करना था।
वहीं, एक अन्य घटना में फ्रांसीसी-स्विस-जर्मन सीमा पर स्थित बेसल-मुलहाउस-फ्रीबर्ग हवाई अड्डे को बम हमले की धमकी के कारण खाली कराना पड़ा। हवाईअड्डा प्रशासन ने जांच के बाद परिचालन फिर से शुरू कर दिया।
पेरिस में ओलिंपिक को देखते हुए फ्रांस सरकार ने 45,000 पुलिस बल, 10,000 सैनिक और 2,000 निजी सुरक्षा एजेंटों को तैनात किया है। स्नाइपर छतों पर होंगे और ड्रोन हवा से निगरानी रखेंगे, लेकिन देश में अन्य जगहों पर सुरक्षा कम है।
The Review
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फ्रांस में ओलिंपिक सामारोह शुरू होने से कुछ घंटे पहले शुक्रवार सुबह उपद्रवियों ने देश के सबसे व्यस्त टीजीवी हाई स्पीड ट्रेन नेटवर्क पर बड़ा हमला बोला।
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