BNP NEWS DESK| Kumbh 2025 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज में वर्ष 2025 में होने वाले कुंभ से पहले अविरल व निर्मल गंगा का संकल्प पूरा हो जाएगा। उन्होंने बुधवार को ‘नमामि गंगे परियोजना’ की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि इसके अत्यंत संतोषजनक परिणाम देखने को मिले हैं।
Kumbh 2025 गंगा व सहायक नदियों की स्वच्छता के इस अभियान में केंद्र व राज्य सरकार के प्रयासों में जनसहयोग भी प्राप्त हो रहा है। इसी का परिणाम है कि आज गंगा में डाल्फिन की वापसी हुई है।
गंगा सहित सभी नदियों की अविरलता, निर्मलता सुनिश्चित करने के लिए नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन
Kumbh 2025 लोकभवन में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर के जाजमऊ और सीसामऊ में गंगा जी में गंदा पानी गिरने से रोकने के लिए प्रभावी प्रयास किए गए। आज यह सेल्फी प्वाइंट बन गया है। नदियों को सीवरेज की गंदगी से बचाने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाए जाने की कार्यवाही तेज की जाए।
गंगा सहित सभी नदियों की अविरलता, निर्मलता सुनिश्चित करने के लिए नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए और प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘अर्थ गंगा’ अभियान का सर्वाधिक लाभ उन करोड़ों लोगों को होगा जिनकी आजीविका गंगा पर ही निर्भर है।
एक माडल के रूप में विकसित करने के लिए प्रयास
‘अर्थ गंगा’ से सकल घरेलू उत्पाद में तीन प्रतिशत का योगदान होने के लक्ष्य के साथ ठोस प्रयास करना होगा। विशेषज्ञों की सहायता से इसे एक माडल के रूप में विकसित करने के लिए प्रयास किए जाएं।योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में वर्ष 2019 में राष्ट्रीय गंगा परिषद की पहली बैठक कानपुर में हुई थी।
दूसरी बैठक 30 दिसंबर को
अब दूसरी बैठक 30 दिसंबर को होनी है। इसकी तैयारी समय से पूरी कर ली जाए। बैठक में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव दुग्ध विकास एवं पशुपालन डा. रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल,
अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव नमामि गंगे अनुराग श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव राजस्व सुधीर गर्ग, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, सूचना एवं गृह संजय प्रसाद सहित कई अन्य उपस्थित थे।
प्राकृतिक खेती के मिले अच्छे परिणाम
राज्य सरकार ने गंगा के दोनों तटों पर पांच-पांच किलोमीटर तक प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित किया है, जिसके अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। प्रदेश में 27 जिले गंगा से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा बुंदेलखंड के सात जिलों में प्राकृतिक खेती के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है। वर्तमान में लगभग 85 हजार हेक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक खेती हो रही है।
एडवेंचर व वाटर स्पोर्ट्स टूरिज्म में हैं अपार संभावनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा के किनारे अनेक तीर्थ क्षेत्र, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक महत्व के स्थल और असीम प्राकृतिक सुंदरता है। इन क्षेत्रों में एडवेंचर टूरिज्म, वाटर स्पोर्ट्स टूरिज्म की अपार संभावना है। रिवर क्रूज टूरिज्म, वाटर स्पोर्ट्स व कैंपिंग सुविधाओं के साथ वन्य जीव पर्यटन के माडल को विकसित करना चाहिए।
गंगा नर्सरी की जाए विकसित
सीएम ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों, भूतपूर्व सैनिकों आदि के सहयोग से गंगा नर्सरी विकसित करने के प्रयास किए जाएं। यह ‘गंगा उत्पाद’ गंगा किनारे के लोगों के लिए आय के स्थाई साधन बन सकते हैं। नमामि गंगे के अनुभवों से सीख लेते हुए नदी किनारे बसे शहरों की योजना बनाने में नई नदी केंद्रित सोच की जरूरत है।
यह शहर के मास्टर प्लान का हिस्सा होना चाहिए। आइआइटी कानपुर के तकनीकी सहयोग से इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही की जाए।
नदी संस्कृति के प्रति जागरूकता की है जरूरत
सीएम ने कहा, नदी संस्कृति के प्रति व्यापक जागरूकता बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। जल संरक्षण, नदियों की स्वच्छता, नदी पुनर्जीवन के अभियान से बच्चों को भी जोड़ा जाना चाहिए। माध्यमिक कक्षाओं के पाठ्यक्रम में इस विषय को शामिल किया जाए। युवक मंगल दल एवं महिला मंगल दल के माध्यम समाज को जागरूक करने के प्रयास हों।
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Kumbh 2025
Kumbh 2025 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज में वर्ष 2025 में होने वाले कुंभ से पहले अविरल व निर्मल गंगा का संकल्प पूरा हो जाएगा।
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