बीएनपी न्यूज डेस्क। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में गर्मी और ठंडी के मौसम में नंगे पैर दर्शन करने में श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी को देखते हुए खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने एक अच्छी पहल की है। खादी ने शुक्रवार को हस्तनिर्मित कागज से बने इको फ्रेंडली चप्पल बाजार में उतारे हैं। इसका उद्घाटन श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के अर्चक श्रीकांत मिश्रा ने लक्सा स्थित खादी इंडिया स्टोर में किया। खादी और ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक डीएस भाटी ने बताया कि यह चप्पल के तलवे में मोटे दफ्ती का उपयोग किया गया है। बद्धी भी कागज की ही है। पानी से बचा कर इसका चार माह तक उपयोग किया जा सकेगा। इसका इस्तेमाल घर में भी पूजा-पाठ के दौरान कर सकेंगे। वहीं जो भी श्रद्धालु बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ का दर्शन करने आएंगे अब उन्हें नंगे पांव नहीं जाना पड़ेगा। इसकी कीमत मात्र 50 रुपये रखी गई है। अभी खादी प्रतिदिन तीन सौ चप्पल का उत्पादन कर रही है। बढ़ती मांग को देखकर भविष्य में इसका उत्पादन पांच हजार करने की योजना है। उद्घाटन सत्र में आनलाइन जुड़े खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष विनय सक्सेना ने कहा कि मकर संक्रांति के पर्व पर खादी ने श्रद्धालुओं, सेवादारों और सुरक्षाकर्मियों के लिए विशेष कागज का चप्पल बाजार में लांच किया है। इससे खादी से जुड़े लोगों को रोजगार का एक और माध्यम मिलेगा। इस दौरान काशी हस्तकला केंद्र के सचिव धनंजय सिंह, भागवत यादव, रेशमा बानो, अभय श्रीवास्तव, अनूप कुमार सिंह, दिनेश सिंह, केपी मिश्रा, ओमप्रकाश सिंह सहित खादी ग्रामोद्योग के कई अधिकारी और कर्मचारी थे।
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