बीएनपी न्यूज डेस्क। दिव्यांगों और AIIMS कर्मचारियों के हक में आवाज़ बुलंद करने वाले एम्स दिव्यांग फेडरेशन, दिल्ली के अध्यक्ष संत देव चौहान ने एक बार फिर से AIIMS कर्मचारियों की आवास के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है। और प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर अस्पताल कर्मचारियों के आवास संबंधी समस्याओं को उजागर और उसके निराकरण के समाधान का सुझाव भी दिया है।
मंगलवार को एम्स दिव्यांग फेडरेशन, दिल्ली के अध्यक्ष व एम्स नई आरएके ओपीडी के सीआरओ विभाग के संत देव चौहान ने भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, आईएएस को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पूरे देश में छोटे से लेकर बड़े स्तर तक लोगों को आवास मुहैया कराने की चलाई जा रही ड्रीम प्रोजेक्ट पर बधाई देते हुए मांग किया है कि आवास एवं शहरी मंत्रालय के द्वारा एम्स, नई दिल्ली के खाली पड़ी जमीनों पर आयुर्विज्ञान नगर परिसर में भारी संख्या में आवास बनाने का विकास कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नवीनतम सुविधाओं के साथ उपयोगकर्ता के लिए बड़ी संख्या में आवासीय घर बनना काफी गौरव की बात है। श्री चौहान ने भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव के माध्यम से प्रधानमंत्री से निवेदन करते हुए कहा है कि एम्स में काम करने वाले सभी श्रेणी के कर्मचारियों के लिए आवासीय आवास की कमी है और इसके परिणामस्वरूप उन्हें बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
एम्स में पुनर्विकास योजना के साथ, बहुत सारी आवासीय इकाइयाँ बनाई जाएँगी। मेरा आपसे अनुरोध है कि कृपया एम्स के कर्मचारियों को इन इकाइयों में बनने वाले आवास में वरीयता देते हुए कम से कम 25 प्रतिशत कोटा निर्धारित करते हुए उन्हें कम दर पर खरीदने का अवसर दें। उन्होंने कहा कि आवास सम्बंधित कर्मचारियों की पीड़ा में एम्स के डॉक्टर, नर्स, स्टाफ सभी शामिल है। उन्होंने कहा कि आशा ही नहीं विश्वास है कि प्रधानमंत्री व मंत्रालय इस ओर ध्यान देकर एम्स के कर्मियों को नये वर्ष पर उपहार देगें। उन्होंने कहा कि एम्स में कर्मियों को आवास मिलने से मरीजों को समय से उपलब्धता भी होगी।
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