बीएनपी न्यूज डेस्क। भेलूपुर की अशफाक नगर कालोनी, कमच्छा स्थित मकान के एक कमरे में साड़ी की फिनिशिंग व पैकिंग का काम करते समय गुरुवार सुबह करीब साढ़ें ग्यारह बजे शार्ट सर्किट से लगी आग में झुलसकर कारखाना संचालक पिता-पुत्र समेत चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में बिहार के दो मजदूर भी हैं। हादसे के करीब एक घंटा बाद फायर ब्रिगेड को पुलिस से घटना की सूचना मिली। सूचना के बाद जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा समेत पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे, लेकिन तब तक आसपास के लोगों ने सबमर्सिबल पंप के जरिये पानी व बालू डालकर आग पर काबू पा लिया था। गली संकरी होने के कारण दमकल की गाड़ी मौके पर नहीं जा सकी। मृतकों की शिनाख्त मदनपुरा निवासी 50 वर्षीय आरिफ जमाल, उनके पुत्र 24 वर्षीय सफान यासिर व बिहार के अररिया के डम्हेली रामपुर मोहनपुर निवासी मुंतशिर व बिहार के अररिया थाना क्षेत्र के ही दयागंज निवासी एजाज के तौर पर हुई।
बेंगलुरु में रहने वाले सेराज अहमद का अशफाक नगर की तीन फीट की संकरी गली में पुश्तैनी मकान है। मकान के 12 फीट लंबे व 10 फीट चौड़े कमरे में आरिफ जमाल साड़ी फिनिशिंग व पैकिंग का कारखाना चलाते थे। इसी कमरे में गैस चूल्हे पर चावल व मैदा की माड़ी बनाई जा रही थी। इस बीच अचानक बिजली के तारों में आग लग गई। उस वक्त कमरे का एक दरवाजा बंद था और दूसरे दरवाजे का एक पल्ला खुला था। आरिफ के अलावा उनके पुत्र सफान, दो मजदूर एजाज व मुंतशिर अंदर मौजूद थे। वहीं, एजाज के फूफा शाबान नाश्ता करने बाहर गए थे। नाश्ता कर जब वह लौटे तो कमरे से धुआं निकलते देख उन्होंने आसपास के लोगों को घटना की जानकारी दी।
तब तक ङ्क्षसथेटिक साड़ी, फोम व फिनिशिंग सामग्री के चलते आग की लपटें इतनी भयावह हो चुकी थी कि कमरे में मौजूद लोग दरवाजे से बाहर नहीं निकल पाए। स्थानीय लोगों ने आननफानन आसपास के मकान में लगे सबमर्सिबल पंप से पानी व पास ही मकान निर्माण के लिए रखे बालू को डालकर आग बुझाई, लेकिन तब तक चारों जिंदा जल चुके थे। कमरे में रखी सैकड़ों साडिय़ों समेत हजारों रुपये नकद व अन्य सामान नष्ट हो गए।
मकान मालिक के बड़े भाई जमील ने बताया आग दरवाजे के पास लगने के कारण किसी को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। यह भी चर्चा थी कि आग लगने के बाद सभी साड़ी बचाने के फेर में अंदर ही फंस गए। आग बुझाने के बाद लोगों ने सबसे पहले बिजली विभाग को सूचना दी। इसके बाद पुलिस व दमकल कर्मियों को इसकी सूचना मिली।
घटना के संबंध में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि मृतकों के आश्रितों को मुख्यमंत्री के निर्देश पर आपदा राहत कोष से चार-चार लाख रुपये शीघ्र प्रदान किए जाएंगे।
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