BNP NEWS DESK। communal violence in bengal बंगाल के हावड़ा शहर में बुधवार रात फिर सांप्रदायिक हिंसा हुई। इस बार अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद यहां दो पक्षों के बीच उपद्रव से तनाव हुआ।
communal violence in bengal मुस्लिम समुदाय के उपद्रवियों ने योजनाबद्ध तरीके से बुधवार रात हिंदुओं के कई घरों, दुकानों व शिव मंदिर पर अचानक हमला कर दिया। सात-आठ वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। पुलिस को भी निशाना बनाकर ईंट-पत्थर फेंकने की शिकायतें मिली है।
बल प्रयोग व टियर गैस चलाकर स्थिति को नियंत्रित किया गया
शिव मंदिर में भी पथराव किया गया। दोनों तरफ से पत्थरबाजी हुई। हिंसा में दोनों पक्ष के आठ लोग घायल बताए जा रहे हैं। कुछ पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं।
प्रशासन को स्थिति काबू में करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) की मदद लेनी पड़ी। बल प्रयोग व टियर गैस चलाकर स्थिति को नियंत्रित किया गया। सुबह से इलाके में धारा 144 लागू है।
इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती के साथ सुबह से ही दुकानें व बाजार बंद है। भाजपा का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के उपद्रवियों ने योजनाबद्ध तरीके से ये काम किया है। इधर, राज्य के मंत्री व मध्य हावड़ा के स्थानीय विधायक अरूप राय ने कहा कि जो घटना घटी है वह अत्यंत दुखद है। उन्होंने सभी से शांति की अपील की।
प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन कर आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता रईस आलम के नेतृत्व में बड़ी संख्या में उपद्रवियों ने अचानक आकर पथराव, गाली गलौज व राम के पोस्टरों को फाड़ना शुरू कर दिया।
यह उपद्रव रात दो बजे तक चला। उन्होंने दावा किया कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की खुशी में सड़क किनारे जो झंडे व कटआउट लगाए गए थे, उसे उपद्रवियों ने फाड़ दिया।
हिंदीभाषियों के घरों को निशाना बनाकर पत्थरबाजी की गई। भट्टाचार्य ने घटना के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तृणमूल व पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हमले के बाद पहुंची पुलिस मूकदर्शक बनी रही। इस घटना पर पुलिस ने कुछ कहने से इन्कार किया है।
एक का पैर टूटा, कई के सिर फटे
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय सिंह ने बताया कि हमले में हिंदू पक्ष के छह लोग घायल हुए हैं। इनमें एक का पैर टूट गया है और बाकी के सिर फटे हैं।
वह इसी इलाके में रहते भी हैं। उन्होंने कहा कि 200 से अधिक की संख्या में मुस्लिम उपद्रवियों की भीड़ जुलूस लेकर पहुंची और गाली गलौज के साथ पोस्टर फाड़ना व पथराव शुरू कर दिया। बता दें कि इससे पहले हावड़ा के शिवपुर इलाके में पिछले साल रामनवमी जुलूस पर हमला किया गया था, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी थी।
ममता को सनातन धर्म व हिंदुओं से नफरत
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी मुख्यमंत्री ममता को घेरा। कहा कि उपद्रवियों को ममता बनर्जी का संरक्षण प्राप्त है और उन्होंने पोस्टर फाड़ने के साथ शिव मंदिर तक को नहीं बख्शा, वहां पथराव किया।
बंगाल दौरे पर आई स्मृति ने हावड़ा में भाजपा की सांगठनिक बैठक के बाद पत्रकारों के सवाल पर घटना के लिए ममता को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री व विपक्षी इंडि गठबंधन के नेताओं को सनातन धर्म व हिंदुओं से नफरत है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दिन ममता ने सर्वधर्म रैली में हिंदुओं के खिलाफ उकसाया था। इसके चलते यह घटना घटी है।
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बंगाल के हावड़ा शहर में बुधवार रात फिर सांप्रदायिक हिंसा हुई।
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