BNP NEWS DESK। Fog in Varanasi नए साल के दूसरे दिन सोमवार को भी सूर्यदेव के दर्शन ही नहीं हो सके। पूरा दिन कोहरे की चादर में लिपटा रहा। कोहरा भी ऐसा घनेरा कि सामने कुछ भी न दिखे। सुबह 6.30 बजे तक तो दृश्यता शून्य मीटर रही। मौसम के रूप बदलते ही तापमान ने जबर्दस्त गोता लगाया और सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस लुढ़क कर 15 डिग्री सेल्सियस पर आ पहुंचा।
उधर, न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। इस वजह से कड़ाके की ठंड पड़ी और भीषण गलन में पूरा जनजीवन कंपकंपा उठा। इस सत्र का अब तक का यह सबसे ठंडा दिन रहा।
काफी दिनों से चल रही पश्चिमोत्तरी हवाओं ने वर्ष के पहले दिन से अपना गहरा प्रभाव दिखाया। वातावरण में व्याप्त 98 प्रतिशत नमी संग धूल कणों ने मिलकर Fog in Varanasi कोहरे को ऐसा रूप बनाया कि सामने देखना तक मुश्किल हो गया। ऊपर से 12 से 14 किमी प्रति घंटा के वेग से चली हवा ने मनुष्य ही नहीं, पशु-पक्षियों का भी हाड़कंपा कर रख दिया। इस गलन भरी हाड़कंपाऊ ठंड से गरीबों, मरीजों व बुजुर्गों की परेशानियां बढ़ गईं। गर्म ऊनी कपड़ों के भीतर भी गलन भरी ठंड का आभास होता रहा।
ठंड में अभी और वृद्धि होगी
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय कहते हैं कि पहाड़ों से आती पछुआ हवा के कारण वातावरण में भरपूर आर्द्रता व्याप्त है। इससे कोहरा बढ़ गया है, आने वाले दिनों में यह और घना रूप ले सकता है। इस स्थिति ठंड में अभी और वृद्धि होगी। लोगों को मौसम के प्रभाव से बचकर रहना चाहिए।
गेहूं के लिए अनुकूल हुआ मौसम
कृषि विज्ञान केंद्र कल्लीपुर के वरिष्ठ कृषि विज्ञानी डा. एनके सिंह ने बताया कि ठंड का यह मौसम गेहूं की फसल के लिए काफी अनुकूल है। ऐसा मौसम मिलने से गेहूं की उत्पादकता में वृद्धि होगी। फिलहाल यह सभी फसलों के लिए ठीक है लेकिन अगर यह लंबा खिंचा तो आलू में झुलसा रोग लग सकता है।
इससे बचने के लिए किसान आलू के खेत में पानी भर दें। यदि वर्षा हुई तो सरसों में माहू का प्रकोप हो सकता है। इससे गेहूं के लिए अच्छा है, उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। यदि बारिश होती है सरसों में माहू का प्रकोप हो सकता है। ठंड के इस मौसम में जानवरों काे ठंड से बचाकर रखें।
यह रहा दृश्यता का हाल
00 मीटर -सुबह 6:30 बजे तक
50 मीटर – सुबह 7:00 बजे तक
100 मीटर – सुबह 8:00 बजे तक
200 मीटर – सुबह 9:00 बजे तक
500 मीटर – दोपहर 12 बजे तक
600 मीटर – दोपहर दो से चार बजे तक
700 मीटर – शाम पांच से छह बजे तक
800 मीटर – शाम 6:30 बजे
The Review
Fog in Varanasi
नए साल के दूसरे दिन सोमवार को भी सूर्यदेव के दर्शन ही नहीं हो सके। पूरा दिन कोहरे की चादर में लिपटा रहा।
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