बीएनपी न्यूज डेस्क। वाराणसी स्थित श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था की नई कार्ययोजना का खाका खींच लिया गया है। धाम की निगरानी के लिए 175 हाई डिफिनिशन सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस, पीएसी और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स के जवानों की संख्या बढ़ाकर 2000 की जाएगी। धाम को 2 जोन और 20 सेंटर में बांट कर इसकी सुरक्षा का ख़ाका खींचा गया है। प्रदेश सरकार के गृह विभाग की अनुमति मिलते ही सुरक्षा व्यवस्था की नई कार्ययोजना लागू कर दी गई जाएगी।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में चर्चा करते एडीजी सिक्योरिटी वीके सिंह और पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश।
स्थायी सुरक्षा समिति ने धाम का किया निरीक्षण
प्रदेश के एडीजी सिक्योरिटी वीके सिंह, पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश, मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल की अगुवाई वाली स्थायी सुरक्षा समिति ने शुक्रवार को सुरक्षा के दृष्टिकोण से अति संवेदनशील श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तय किया गया कि धाम में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल रूम बनेगा। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस कंट्रोल रूम में सभी आपातकालीन सुविधाएं चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेंगी। त्योहारों के दौरान और विश्वनाथ धाम की सुरक्षा से जुड़ी अहम बैठकों के लिए कंट्रोल रूम में ही हाल भी बनाया जाएगा।
इस कंट्रोल रूम से ही सभी सीसीटीवी कैमरों की निगरानी की व्यवस्था रहेगी। यह कंट्रोल रूम लखनऊ से भी कनेक्ट रहेगा। बाह्य और आंतरिक सुरक्षा घेरे में पीएसी और सीआरपीएफ के हथियारबंद जवानों की टुकड़ी चौबीसों घंटे तैनात रहेगी।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहूलियत पर हमारा फोकस है
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने दैनिक भास्कर से कहा कि तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और सहूलियत हमारा मुख्य फोकस है। इसी वजह से फोर्स की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। धाम और उसके आसपास का क्षेत्र अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहेगा। यात्रियों को महत्वपूर्ण जानकारियां Public Address System के माध्यम से दी जाएंगी। पुलिस कर्मियों का व्यवहार ऐसा रहेगा कि तीर्थ यात्रियों को बिल्कुल भी असुविधा नहीं होगी और वह काशी से एक अच्छे अनुभव के साथ वापस लौटेंगे।
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