बीएनपी न्यूज डेस्क। चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ का सबसे ज्यादा असर ओडिशा में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, अगले 48 घंटों के अंदर अंडमान सागर में कम दबाव होने के कारण यह 3 दिसंबर तक चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। इस बीच इस तूफान के 4 दिसंबर को ओडिशा के तट से टकराने का भी पूर्वानुमान पेश किया गया है। ओडिशा के सरकार ने सभी जिलों में चक्रवाती तूफान जवाद को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है।
मौसम विभाग के मुताबिक, चार दिसंबर को ओडिशा में बारिश और तेज होगी, खासतौर पर तटीय और अंदरूनी जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान ओडिशा के तटीय इलाकों में 20 सेंटीमीटर या इससे भी ज्यादा बारिश हो सकती है।
आईएमडी ने जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है उनमें गजापति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर शामिल हैं। इसके अलावा केंद्रपाड़ा, कटक, खुर्दा, नयागढ़, कंधमाल, रायगढ़ और कोरापुट जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ओडिशा के बालासोर, भद्रक, जजपुर और मलकानगिरि जिलों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 4 दिसंबर को ओडिशा के कुछ हिस्सों में 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। ये हवाएं 12 घंटे तक चल सकती है। इस बीच ओडिशा सरकार ने 13 जिलों के कलेक्टरों को लोगों के बचाव कार्य की तैयारी करने को कहा है।
इन राज्यों में तबाही मचा सकता है तूफान
बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के कारण आंध्र प्रदेश और ओडिशा पर चक्रवाती तूफान जवाद का साया मडराने लगा है। चक्रवाती तूफान जवाद की वजह से आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में मौसम खराब होने की आशंका है। मौसम विभाग ने इन राज्यों में तेज हवा के साथ बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है।
आंध्र प्रदेश-ओडिशा तट पहुंचेगा तूफान
बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती संरचना विकसित हो रही है जो 4 दिसंबर तक आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट तक पहुंच सकती है। इसके बाद यह चक्रवाती तूफान जवाद का रूप ले लेगी. इसको लेकर समुद्री तटों के आसपास रहने वाले मछुआरों को अलर्ट कर दिया गया है और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के लिए कहा गया है।
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