BNP NEWS DESK। Umesh Pal Murder Case उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद के फरार बेटे असद अहमद के एक साथी को चकिया से उठा लिया गया और उसके पास से एक पिस्टल बरामद की गई। हालांकि, इस बारे में पुलिस अधिकारी साफ तौर पर कुछ बता नहीं रहे हैं।
Umesh Pal Murder Case शक है कि बरामद पिस्टल ही शूटआउट में इस्तेमाल की गई थी। इसके अलावा, फरार शूटर गुलाम के एक साथी अरशद कटरा को भी उठाया गया है। वह गुलाम के साथ एक मुकदमे में पुलिस का वांछित अपराधी भी था। उस पर भी हथियार सप्लाई करने का अंदेशा है।
25 दिन पहले सुलेम सराय में जीटी रोड पर अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस फोर्स ने सबसे पहले अतीक के मोहल्ले चकिया को ही टारगेट किया था।
चकिया का पूरा इलाका घेरकर करीब दो दिन तक घर-घर तलाशी अभियान चला था। दरवाजे तोड़कर खोजबीन की गई। खबर थी कि शूटआउट के बाद भागे शूटर किसी घर में छिपे हो सकते हैं। घटना के बाद वाली रात तीन शूटर चकिया में मुन्ना के घर में टिके भी थे। मगर पुलिस के सर्च आपरेशन के बीच वे निकल भागे। भागकर ये शूटर किधर गए. साफतौर पर नहीं पता लेकिन पुलिस का फोकस चकिया पर लगातार बना है।
पुलिस सूत्रों से खबर मिली है कि चकिया से एक शख्स को पकड़ा गया है जो अतीक के बेटे असद का साथी बताया गया है। यह भी बात आई है कि सोनू नामक इस शख्स के कब्जे से नाइन एमएम की एक पिस्टल मिली है। यह स्पष्ट नहीं है कि बरामद पिस्टल इस घटना में इस्तेमाल की गई थी या नहीं। कोई अफसर कुछ नहीं बता रहा है। एसपी क्राइम सतीशचंद्र का कहना है कि इस बारे में कुछ नहीं बताया जा सकता है।
कुख्यात अख्तर का है भतीजा
अरशद कुख्यात अपराधी अख्तर कटरा का भतीजा है। वही अख्तर कटरा जिस पर डा. बंसल हत्याकांड के शूटरों का इंतजाम करने का आरोप है। अख्तर कटरा को फतेहगढ़ जेल में रखा गया है। अरशद कटरा पिछले साल जार्जटाउन थाने में भाजपा नेता आशीष मिश्र द्वारा दर्ज कराए जानलेवा हमले के मुकदमे में गुलाम और सदाकत के साथ सह अभियुक्त है।
पिछले आठ महीने से पुलिस को उसकी तलाश है लेकिन गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। इसी तरह सदाकत और गुलाम भी उस मुकदमे में नहीं पकड़े जा सके। लंबे समय से फरार अरशद कटरा के पकड़े जाने की खबर की कोई अधिकारी पुष्टि नहीं कर रहा। सबका कहना है कि साथियों और शरणदाताओं की धरपकड़ हो रही है।
उठ रहे सवाल, कैसे घूमते रहे कुख्यात शूटर
उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस और एसटीएफ शूटरों की तलाश में देश भर में भटक रही है लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि आखिर हत्या जैसी कई घटनाओं में अभियुक्त अतीक अहमद गिरोह के शूटर कैसे खुलेआमं घूमते रहे। गुड्डू मुस्लिम हो या फिर गुलाम और अरशद कटरा। ये सभी कुख्यात रहे हैं।
गुलाम, सदाकत और अरशद कटरा तो जार्जटाउन के मुकदमे में वांछित थे लेकिन पता नहीं इन पर पुलिस मेहरबान क्यों बनी रही। हैरानी तो यह भी है कि लापरवाही सामने आने के बाद भी थानेदार से लेकर सिपाही तक पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है।
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Umesh Pal Murder Case
Umesh Pal Murder Case उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद के फरार बेटे असद अहमद के एक साथी को चकिया से उठा लिया गया और उसके पास से एक पिस्टल बरामद की गई।
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