BNP NEWS DESK। Rupee Fall भारतीय रुपये को डालर के मुकाबले 83 के स्तर से और नीचे गिरने से रोकने के लिए आरबीआइ अगले सप्ताह अतिरिक्त डालर की बिक्री कर सकता है। बैंकर्स के अनुसार, डालर की यह बिक्री नान-डिलिवरेबल फारवर्ड (एनडीएफ) बाजार के जरिये की जा सकती है।
Rupee Fall काफी समय से भारतीय रुपया डालर के मुकाबले 82-83 के स्तर पर बना हुआ है। शुक्रवार को यह 82.83 पर बंद हुआ। इससे पहले बुधवार को रुपया एक माह के निचले स्तर 82.89 पर पहुंच गया था।
नान-डिलिवरेबल फारवर्ड बाजार के जरिये की जा सकती है डालर की बिक्री
बैंकर्स का कहना है कि अगले सप्ताह बाजार खुलने से पहले एनडीएफ के जरिये डालर की बिक्री का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि रुपया 83 के स्तर के पार नहीं जाए। रुपया कारोबारियों का मानना है कि आरबीआई रुपये के दिसंबर के निचले स्तर से बचाव की कोशिश कर रहा है।
इस सप्ताह डालर के मुकाबले दक्षिण कोरिया की मुद्रा वान और थाइलैंड की थाई बाट में करीब 2.4 प्रतिशत की गिरावट रही है। वहीं, फिलीपींस की मुद्रा फिलीपीनी पेसो में 1.3 और चीन की युआन में एक प्रतिशत की कमी रही है। इस अवधि में डालर के मुकाबले भारतीय रुपये में केवल 0.3 प्रतिशत की गिरावट रही है।
आरबीआई ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, आरबीआइ ने कहा है कि किसी खास लक्ष्य को लेकर कोई नीति नहीं बनाई गई है। केवल मुद्रा में बड़े उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए हस्तक्षेप किया जाता है।
केंद्र ने गेहूं का आरक्षित मूल्य और घटाया
केंद्र ने खुला बाजार बिक्री योजना के तहत बेचे जा रहे गेहूं के आरक्षित मूल्य में शुक्रवार को और कमी का एलान किया। अब इस योजना के तहत थोक खरीदारों को 2,150 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर गेहूं बेचा जाएगा।
गेहूं और आटे के बढ़ते मूल्य पर अंकुश के लिए केंद्र सरकार की ओर से बफर स्टाक से 30 लाख टन गेहूं खुले बाजार में बेचा जाना है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) इस गेहूं की बिक्री कर रहा है। खाद्य मंत्रालय के अनुसार, अच्छी और औसत गुणवत्ता वाले गेहूं का आरक्षित मूल्य अब घटाकर 2,150 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। वहीं, विशेष प्रकार के गेहूं का मूल्य 2,125 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। मंत्रालय ने बताया कि यह दर 31 मार्च तक लागू रहेगी। कुल 30 लाख टन में 25 लाख टन गेहूं की बिक्री आटा मिलों जैसे थोक खरीदारों के लिए है। शेष गेहूं की बिक्री सरकारी एजेंसियों और राज्यों के लिए की जाएगी
आरबीआई का प्रयास- डालर के मुकाबले 83 के स्तर से नीचे न गिरे रुपया
भारतीय रुपये को डालर के मुकाबले 83 के स्तर से और नीचे गिरने से रोकने के लिए आरबीआइ अगले सप्ताह अतिरिक्त डालर की बिक्री कर सकता है। बैंकर्स के अनुसार, डालर की यह बिक्री नान-डिलिवरेबल फारवर्ड (एनडीएफ) बाजार के जरिये की जा सकती है।
काफी समय से भारतीय रुपया डालर के मुकाबले 82-83 के स्तर पर बना हुआ है। शुक्रवार को यह 82.83 पर बंद हुआ। इससे पहले बुधवार को रुपया एक माह के निचले स्तर 82.89 पर पहुंच गया था।
नान-डिलिवरेबल फारवर्ड बाजार के जरिये की जा सकती है डालर की बिक्री
बैंकर्स का कहना है कि अगले सप्ताह बाजार खुलने से पहले एनडीएफ के जरिये डालर की बिक्री का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि रुपया 83 के स्तर के पार नहीं जाए। रुपया कारोबारियों का मानना है कि आरबीआई रुपये के दिसंबर के निचले स्तर से बचाव की कोशिश कर रहा है।
इस सप्ताह डालर के मुकाबले दक्षिण कोरिया की मुद्रा वान और थाइलैंड की थाई बाट में करीब 2.4 प्रतिशत की गिरावट रही है। वहीं, फिलीपींस की मुद्रा फिलीपीनी पेसो में 1.3 और चीन की युआन में एक प्रतिशत की कमी रही है। इस अवधि में डालर के मुकाबले भारतीय रुपये में केवल 0.3 प्रतिशत की गिरावट रही है।
आरबीआई ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, आरबीआइ ने कहा है कि किसी खास लक्ष्य को लेकर कोई नीति नहीं बनाई गई है। केवल मुद्रा में बड़े उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए हस्तक्षेप किया जाता है।
केंद्र ने गेहूं का आरक्षित मूल्य और घटाया
केंद्र ने खुला बाजार बिक्री योजना के तहत बेचे जा रहे गेहूं के आरक्षित मूल्य में शुक्रवार को और कमी का एलान किया। अब इस योजना के तहत थोक खरीदारों को 2,150 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर गेहूं बेचा जाएगा।
गेहूं और आटे के बढ़ते मूल्य पर अंकुश के लिए केंद्र सरकार की ओर से बफर स्टाक से 30 लाख टन गेहूं खुले बाजार में बेचा जाना है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) इस गेहूं की बिक्री कर रहा है। खाद्य मंत्रालय के अनुसार, अच्छी और औसत गुणवत्ता वाले गेहूं का आरक्षित मूल्य अब घटाकर 2,150 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। वहीं, विशेष प्रकार के गेहूं का मूल्य 2,125 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। मंत्रालय ने बताया कि यह दर 31 मार्च तक लागू रहेगी। कुल 30 लाख टन में 25 लाख टन गेहूं की बिक्री आटा मिलों जैसे थोक खरीदारों के लिए है। शेष गेहूं की बिक्री सरकारी एजेंसियों और राज्यों के लिए की जाएगी।
The Review
Rupee Fall
Rupee Fall भारतीय रुपये को डालर के मुकाबले 83 के स्तर से और नीचे गिरने से रोकने के लिए आरबीआइ अगले सप्ताह अतिरिक्त डालर की बिक्री कर सकता है।
Discussion about this post