BNP News Desk। Raids in PFI Offices आतंकी गतिविधियों और इनके अंजाम देने वाले तथा इनके मददगारों के खिलाफ केन्द्र के साथ यूपी सरकार बेहद सख्ती दिखा रही है। इसी क्रम में गुरुवार को राजधानी लखनऊ, वाराणसी सहित प्रदेश के कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। टेरर फंडिंग को लेकर पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) (PFI) के दफ्तरों में देश भर में छापामारी चल रही है।
वाराणसी में आदमपुुर और जैतपुरा में एटीएस ने पीएफआई के दो सदस्यों को पकड़ा
यूपी एटीएस ने गुरुवार की सुबह वाराणसी के आदमपुर व जैतपुरा क्षेत्र में छापा मारकर पीएफआई के दो संदिग्ध को पकड़ा है। दोनों से फिलहाल पूछताछ चल रही है। पीएफआई के खिलाफ पूरे देश में कार्रवाई चल रही है। पूरा मामला टेरर फंडिंग से जुड़ा बताया जा रहा है।
पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे कार्रवाई करते हुए उन्हें लखनऊ ले जाया जाएगा।इस पूरी कार्रवाई को बेहद गुप्त रखा गया है। सुबह ही एटीएस की टीम दोनों क्षेत्रों में पहुंची और दो संदिग्ध को पकड़कर अपने साथ ले गई। इस संबंध में पीएफआई और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ छापेमारी जारी है।
लखनऊ के इंदिरा नगर में दर्जी का काम करने वाले पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष वसीम अहमद को गिरफ्तार किया गया है। उसके एक साथी के साथ बाराबंकी के नदीम को हिरासत में लिया गया है।
राजधानी लखनऊ के साथ पूर्वी तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में उत्तर प्रदेश एटीएस (UP ATS) के साथ एनआइए (NIA) की टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी की है। इनमें सर्वाधिक छापे पीएफआई (Popular Front of India) के दफ्तरों में डाले गए हैं।
लखनऊ से पीएफआइ का प्रदेश अध्यक्ष गिरफ्तार, हिरासत में उसका साथी
एनआइए के साथ उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने लखनऊ में गाजीपुर थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर ए ब्लाक से दो संदिग्धों को पकड़ा है। इनमें पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष असीम अहमद उर्फ बबलू को गिफतार किया गया है। वसीम अहमद ए ब्लाक के सरस्वती दुर्गा मंदिर स्कूल पास रहता है। एनआइए ने छापेमारी के दौरान यहां से मोहम्मद वसीम अहमद उर्फ बबलू को दबोचा।
वसीम अहमद को इससे पहले भी 2020 में एनआरसी का विरोध करने पर पकड़ा गया था। वसीम को गिरफ्तार करने के बाद एनआइए की टीम ने लवकुशनगर से उसके साथी को पकड़ा। एजेंसी ने उनके पास से लैपटाप और कुछ अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। दोनों को एजेंसियां लेकर चली गईं।
दोनों पास से बरामद लैपटाप और दस्तावेजों की जांच दोनों एजेंसिंयां कर रही हैं। बताया जा रहा है कि इन दोनों के तार टेरर फंडिंग से दोनों के तार जुड़े हैं। दोनों आतंक फैलाने के लिए ताना बाना बुन रहे थे। छापेमारी के दौरान दोनों के घरवालों ने पहले विरोध किया।
एजेंसी के अधिकारियों को समझाने पर वह शांत हो गए। एनआइए तथा एटीएस की टीम मोहम्मद वसीम के घर पहुंची। वसीम से मिली जानकारी के बाद लवकुशनगर गई थीं। वहां से उसके एक अन्य साथी को दबोचा। इन दोनों के परिवार के लोगों ने इस संबंध में कुछ भी बात करने से इंकार किया है।
पेशे से दर्जी है वसीम
जांच एजेंसियां अब वसीम और उसके घर वालों के बैंक खाते भी खंगाल रही हैं। एजेंसियों ने उनके घर से बैंक से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किए हैं। वसीम भले ही पेशे से दर्जी है, लेकिन उसके शौक काफी ऊंचे थे। वसीम के पास रुपया कहां से और कैसे आता था। इसकी एजेंसी पड़ताल कर रही है। इसके साथ ही मोबाइल की काल डिटेल्स व अन्य चीजें खंगाल रही हैं।
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Raids in PFI Offices
टेरर फंडिंग को लेकर पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) (PFI) के दफ्तरों में देश भर में छापामारी चल रही है।
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