बीएनपी न्यूज डेस्क। Flood in Ganga River गंगा के जलस्तर में अब तेजी से बढ़ाव होने लगा है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि के चलते वरुणा भी उफनाने लगी हैं। इससे तटवर्ती इलाकों में रहने वालों की मुसीबतें बढ़ गई हैं। हालांकि जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। कंट्रोल रूम खोल दिया गया है।
शहर में गंगा का पानी अब तेजी से प्रवेश करने को बेताब नजर आ रहा है। गंगा में बाढ़ का पानी अब शीतला माता मंदिर तक दस्तक दे चुका है। महज डेढ़ मीटर का फासला और यदि गंगा ने पार कर लिया तो शहर के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी पहुंच जाएगा। बाढ़ का पानी प्रवेश करते ही तटवर्ती इलाकों में दुश्वारी शुरू हो जाएगी।
प्रयागराज में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ाव की ओर होने की वजह से मीरजापुर और भदोही जिले के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भरने लगा है। इसके आगे वाराणसी में गंगा का जलस्तर इतना हो गया है कि घाट और तटवर्ती इलाकों में पानी तेजी से फैलने लगा है। दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर प्रतिघंटा छह सेंटीमीटर के साथ 68.84 मीटर तक जा पहुंचा है। जो सुबह दस बजे 68.72 मीटर पर था।
Flood in Ganga River वाराणसी में शुक्रवार की सुबह लोग सोकर उठे तो गंगा की प्रलयंकारी लहरों से उनका सामना हुआ है। गंगा हालांकि अभी चेतावनी और खतरा बिंदु से नीचे हैं लेकिन बाढ़ का स्तर साफ नजर आने लगा है। सुबह दस बजे केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार गंगा का जलस्तर छह सेंटीमीटर प्रतिघंटा की गति से बढ़ रहा है।
राजघाट पर लिए गए रिपोर्ट के अनुसार सुबह दस बजे 68.72 मीटर पर गंगा का जलस्तर रहा। गंगा का चेतावनी स्तर 70.262 मीटर और खतरा बिंदु 71.262 मीटर है। वहीं छह सेंटीमीटर प्रतिघंटे बढ़ाव की गति बने रहने से उम्मीद जताई जा रही है कि अगले 48 घंटों में गंगा चेतावनी बिंदु के करीब दस्तक दे देंगी। आगे भी यह बढ़ाव का क्रम जारी रहा तो दो दिनों के बाद गंगा खतरा बिंदु भी पार कर लेंगी।
वरुणा में पलट प्रवाह का खतरा
गंगा में जो पानी आ रहा है वह खुद गंगा नदी का ही नहीं बल्कि चंबल नदी का पानी यमुना नदी से होते हुए प्रयागराज में गंगा में मिलकर बाढ़ का विकराल स्वरूप लेने से हो रहा है। वाराणसी में अब गंगा चेतावनी बिंदु के करीब जा पहुंचीं हैं तो दूसरी ओर पलट प्रवाह का खतरा वरुणा नदी के लिए भी बढ़ गया है।
Flood in Ganga River अब पानी आगे भी बढ़ता रहा तो वरुणा में पलट प्रवाह की वजह से बाढ़ आना तय है और तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का पानी लोगों को चुनौती देता नजर आएगा। वहीं गंगा अब चेतावनी बिंदु से करीब डेढ़ मीटर के फासले पर हैं जो अगले कुछ घंटों तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। अगर जलस्तर बढ़ता रहा तो शहर में भी गंगा का तांडव शुरू हो जाएगा।
बारिश भले न हो रही हो पर काशी में गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ाव होने लगा है। गंगा के जलस्तर में बढ़ाव के कारण वरुणा नदी का जल स्तर भी तेजी से बढ़ने लगा है। इससे तटवर्ती इलाकों में रहने वालों में दहशत है।
हालांकि जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। कंट्रोल रूम खोल दिया गया है। शहर से लेकर गांव तक में संभावित बाढ़ के मद्देनजर एहतिाती कदम उठाए जाने लगे हैं। लेकिन काशी के दोनों श्मशान घाटों पर आने वाले शवयात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। नमो घाट भी डूब गया है।
वाराणसी में गंगा नदी में बाढ़ से क्रूज का सफर तीन दिनों के लिए बंद
गंगा का जलस्तर लगातार वाराणसी में बढ़ाव की ओर होने के बीच अब नौका संचालन बंद होने के बाद क्रूज का संचालन भी अगले तीन दिनों तक के लिए रोक दिया गया है।
संचालक संस्था की ओर से जानकारी दी गई है कि गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और तेज प्रवाह को देखते हुए पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर क्रूज का संचालन कुछ दिनों तक रोका जा रहा है। गंगा का जलस्तर कम होते ही क्रूज का संचालन पूर्व की भांति आम जनता के लिए उपलब्ध हो जाएगा।
The Review
Flood in Ganga River
Flood in Ganga River वाराणसी में गंगा के जलस्तर में अब तेजी से बढ़ाव होने लगा है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि के चलते वरुणा भी उफनाने लगी हैं।
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