बीएनपी न्यूज डेस्क। Ranji Trophy Final Mum vs MP: एसपी के कोच चंद्रकांत पंडित हैं जो कप्तान और खिलाड़ी के तौर पर इसी मैदान पर पहली बार राज्य को ट्रॉफी जीतने के बेहद करीब लाकर भी चूक गए थे। रविवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम में जब एमपी की टीम जीती तो पंडित पूरी टीम के साथ पिच की तरफ दौड़े और जश्न मनाया। उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे। पंडित के लिए ये अविश्वसनीय और दुर्लभ क्षण था। उन्होंने 1979-80 में फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था, लेकिन वह पूरे क्रिकेट करियर और कोचिंग करियर में पहली बार मैदान पर रोते दिखे।
Ranji Trophy Final 2021-22 के फाइनल मुक़ाबले में मध्य प्रदेश ने मुंबई को 6 विकेट से हरा इतिहास रच दिया है। 23 साल बाद ख़िताबी मुक़ाबला खेल रही एमपी ने 41 बार के चैम्पियन मुंबई को बड़ी ही आसानी से हरा दिया। एमपी के लिए इस मैच के हीरो यश दुबे, रजत पटीदार, शुभाम शर्मा, कुमार कार्तिकेय और गौरव यादव रहे।
बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए बारिश से वधित इस मैच में मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सरफराज खान के शानदार शतक की मदद से 374 रन बनाए। सरफराज ने 134 रनों की शानदार पारी खेली। उनके अलावा यशसवी जायसवाल ने 78 रन बनाए। मध्य प्रदेश के लिए गौरव यादव ने चार और अनुभव अग्रवाल ने तीन विकेट झटके।
जवाब में मध्य प्रदेश ने बेहतरीन शुरुआत की। एमपी के लिए सलामी बल्लेबाज यश दुबे, रजत पटीदार और शुभाम शर्मा ने शतक जड़ा। तीन शतक की मदद से मध्य प्रदेश ने 536 रनों का विशाल स्कोर बनाया और मुंबई पर 162 रनों की बढ़त हासिल की। दुबे ने 133, पटीदार ने 122 और शर्मा ने 116 रनों की पारी खेली। वहीं मुंबई के लिए शम्स मुलानी ने 5 विकेट झटके।
यहां से मध्य प्रदेश की जात लगभग तय मानी जा रही थी। हालांकि चौथा दिन बारिश से प्रभावित रहा। लेकिन अगर मैच ड्रा भी हो जाता तो पहली पारी में बढ़त के आधार पर मध्य प्रदेश का खिताब जीतना तो तय था। दूसरी पारी में मुंबई ने दो विकेट पर 113 रन बना लिए थे। चौथे दिन का खेल खत्म होते समय अरमान जाफर 30 और सुदेव पारकर नौ रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे।
इस बार मध्यप्रदेश के आगे पस्त
लेकिन पांचवें दिन पहले सेशन में ही मुंबई ने अपने आठ विकेट गंवा दिए। चौथे दिन सॉलिड बल्लेबाजी कर रहे अरमान जाफर अंतिम दिन अपने स्कोर में ज्यादा इजाफा नहीं कर सके। उन्होंने 40 गेंदों में 37 रन बनाए। इसके बाद शानदार फॉर्म में चल रहे सरफराज सॉलिड दिखे। सरफराज ने तीन चौकों और एक छ्क्के की मदद से 45 रनों की पारी खेली। हालांकि, उनके आउट होते ही मुंबई की पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। इस बीच यशस्वी जायसवाल 01, शम्स मुलानी 17, तनुष कोटियन 11 और तुषार देशपांडे 07 रन बनाकर आउट हुए। मुंबई की टीम 269 रन ही बना सकी।
दूसरी पारी में मध्य प्रदेश के लिए कुमार कार्तिकेय ने 98 रन देकर चार विकेट चटकाए. वहीं गौरव यादव और पार्थ साहनी को दो-दो विकेट मिले। अब मध्य प्रदेश को इतिहास रचने के लिए मात्र 108 रन बनाने थे। मुंबई के अनुभवी गेंदबाज धवल कुलकर्णी ने लंच ब्रेक के बाद दूसरे ही ओवर में एमपी को तगड़ा झटका दिया। मध्य प्रदेश के सलामी बल्लेबाज यश दुबे 1 रन बनाकर बोल्ड हो गए। इसके बाद मुंबई ने दो और विकेट लिए। हिमंशु मंत्री और पार्थ साहनी को चलता किया।
इसके बाद पहली पारी में शानदार शतक लगाने वाले शुभाम शर्मा को शम्स मुलानी ने चलता किया। शर्मा ने 31 रनों की पारी खेली। शर्मा के आउट होने के बाद रजत पटीदार ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए मध्य प्रदेश को जीत दिला दी। पटीदार ने 30 रन बनाए। मुंबई के लिए शम्स मुलानी ने 3 और धवल कुलकर्णी ने एक विकेट लिए।
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