बीएनपी न्यूज डेस्क। पुलिस लोगों को ठगी से बचने के बारे में जानकारी दे रही है। लोग जागरूक भी हो रहे हैं, लेकिन इसी बीच साइबर जालसाज ठगी के नए नए तरीके लेकर आ जा रहे हैं। राजस्थान में बैठे एक गिरोह ने लखनऊ में कई लोगों से मोटी रकम हड़प ली है। ठग वाट्स एप मैसेज भेजकर लोगों को झांसे में ले रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में 10 से अधिक शिकायतें साइबर क्राइम सेल में आ चुकी हैं, जबकि 100 से अधिक लोगों से ठगी का प्रयास किया गया है।इंदिरानगर निवासी सुमित कुमार को एक ठग ने वाट्स एप मैसेज भेजा।
सुमित से कहा गया कि उनके जानने वाले मोहनलालगंज निवासी प्रमोद कुमार सैनी ने लोन लिया था, जिसका गारंटर उन्हें बनाया गया था। लोन लेने वाला ऋण नहीं चुका रहा है और आप भी हमारे फोन और ई-मेल का जवाब नहीं दे रहे हैं। ऐसे में आपके खिलाफ निकटमत थाने में धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज कराई जा रही है। एक घंटे तक भीतर भेजे गए एकाउंट नंबर में ऋण का भुगतान नहीं किया गया तो लीगल कार्रवाई की जाएगी। झांसे में आकर सुमित ने मैसेज में दिए गए नंबर पर फोन किया तो ठग ने उनके घर पर पुलिस भेजने की धमकी दी। डर के कारण सुमित ने ठग को आठ हजार 295 रुपये भेज दिए। बाद में उन्होंने पता किया तो ठगी की जानकारी हुई।
सुमित के साथ जो हुआ वह पहला मामला नहीं है बल्कि हर रोज ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। साइबर क्राइम सेल की छानबीन में पता चला है कि फर्जी आइडी से ठगों ने सिम कार्ड खरीदे हैं। अलग अलग वेबसाइट से लोगों के नंबर हासिल कर पहले उन्हें वाट्स एप मैसज किया जाता है और बाद में लीगल कार्रवाई की धमकी दी जाती है। गिरोह राजस्थान से संचालित हो रहा है, जिसके बारे में पुलिस टीम पता लगा रही है। पुलिस का कहना है कि जालसाज ऋण की रकम पहले बहुत कम बताते हैं ताकि लोग दबाव में आकर रुपये स्थानांतरित कर दें। एक बार रुपये मिलने के बाद दोबारा लोगों पर दबाव बनाते हैं।
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