बीएनपी न्यूज डेस्क। सोनारपुरा क्षेत्र में एक रिहायशी मकान के भूतल पर स्थित साड़ी पालिश कारखाने में मंगलवार की सुबह शार्ट-सर्किट से आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। लोग कुछ समझ पाते आग ने विकराल रूप ले लिया। आग की जद में घर में रखा पेट्रोमैक्स सिलेंडर आ गया और तेज आवाज के साथ फट गया जिससे पूरा मकान हिल गया। दूसरे व तीसरे तल पर रहने वाले तीन लोग झुलस गए। सिलेंडर फटने की आवाज सोनारपुरा चौराहे तक सुनाई पड़ी। आग बुझाने के प्रयास में फायर ब्रिगेड के 45 वर्षीय अजीत कुशवाहा व 20 वर्षीय विकास कुमार गंभीर रूप से झुलस गए। उन्हें बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। कारखाने में काम करने वाले अखिलेश पाल, विकास गुप्ता और पप्पू पाल भी झुलस गए। इन्हें बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य दो लोग उपचार करके घर चले गए।
सोनारपुरा में साफी सिल्क हेरिटेज के नाम से मोहम्मद इम्तियाज का साड़ी का कारखाना व गद्दी है। वे दूसरे व तीसरे तल पर परिवार और अपने भाई अमजद के साथ रहते हैं। आग इतनी भयंकर थी कि बुझाने में फायर ब्रिगेड की छह गाडिय़ां मंगानी पड़ीं। घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
नहीं थे फायर ब्रिगेड उपकरण
साड़ी कारखाने में न तो फायर फाइङ्क्षटग की व्यवस्था थी और न ही अग्नि शमन विभाग से एनओसी ली गई थी।
तोता व कबूतर की झुलसने से मौत
इम्तियाज और अहमद के परिवार में 14 लोग रहते है। पालतू कबूतर और तोते की पिजड़े में दम घुटने से मौत हो गई। आसपास के लोग पास के कुएं से पानी लेकर आग बुझाने में जुट गए।
तीन सौ मीटर दूर खड़ी थीं गाडिय़ां
गली की चौड़ाई कम होने के कारण फायर ब्रिगेड के जवानों को तीन सौ मीटर दूर गाड़ी को खड़ी कर पाइप बिछाकर आग बुझाने का रेस्क्यू किया। आग की चपेट में आने से इम्तियाज का करीब छह लाख रुपये की क्षति हुई।
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